पश्चिमी चंपारण से निर्दलीय लड़ेंगे यूट्यूबर मनीष कश्यप; नामांकन की बताई तारीख, संजय जायसवाल पर कही ये बात
कई महीनों जेल में रहे यूट्यूबर मनीष कश्यप ने पश्चिमी चंपारण से लोकसभा चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया। और कहा कि वो वंशवाद के खिलाफ राजनीति में उतरे हैं। और 30 अप्रैल को नामांकन दाखिल करेंगे।
यूट्यूबर मनीष कश्यप ने पश्चिमी चंपारण से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। कश्यप ने नामांकन दाखिल करने की तारीख भी बता दी है। मनीष कश्यर ने कहा कि वंशवाद के खिलाफ चुनावी मैदान में उतरने का मन बनाया है। यू ट्यूबर मनीष कश्यप को कथित तौर पर तमिलनाडु में प्रवासी मजदूरों पर हमलों के मनगढ़ंत वीडियो प्रसारित करने के आरोप में कई महीनों तक जेल हुई थी। हिन्दुस्तान टाइम्स से बातचीत के दौरान उन्होने कहा कि पश्चिम चंपारण को 'वंशवादी राजनीति' से बाहर निकालने के लिए चुनावी मैदान में उतरने का फैसला किया है, जो पिछले तीन चुनावों से इसकी गिरफ्त में है।
कश्यप ने कहा, मैं अपने लोगों का चेहरा चमकता हुआ देखना चाहता हूं, क्योंकि पूरा निर्वाचन क्षेत्र कोई काम नहीं हुआ है। मैंने 30 अप्रैल को पश्चिम चंपारण लोकसभा सीट के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल करने का फैसला किया है। उन्होने मौजूदा सांसद और बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष संजय जयसवाल को वंशवादी बताया गया है। पूर्ववर्ती बेतिया लोकसभा सीट से पूर्व भाजपा सांसद मदन प्रसाद जायसवाल के बेटे संजय जायसवाल 2009 के चुनावों के बाद से पश्चिम चंपारण लोकसभा सीट से तीन बार सांसद हैं।
हालांकि, खुद को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रबल समर्थक बताते हुए मनीष कश्यप ने कहा कि चुनाव में उनकी जीत लगभग तय है। चनपटिया विधानसभा सीट से भाजपा विधायक उमाकांत सिंह को चुनौती देने वाले कश्यप ने कहा, संजय जयसवाल के खिलाफ भारी सत्ता विरोधी लहर होने के चलते उन्हें चुनाव में कोई चुनौती नहीं दिखती है। बिहार के 2020 के विधानसभा चुनाव में मनीष कश्यप को महज 9232 वोट मिले थे।
बिहार के पश्चिम चंपारण जिले के निवासी मनीष कश्यप को पिछले साल दिसंबर में रिहा कर दिया गया था, जब उन्हें तमिलनाडु में प्रवासी मजदूरों पर हमलों के मनगढ़ंत वीडियो प्रसारित करने के आरोप में मार्च 2023 में गिरफ्तार किया गया था। फरवरी 2018 में बेतिया के एक सरकारी अस्पताल के परिसर में ब्रिटिश सम्राट किंग एडवर्ड सप्तम की आदमकद प्रतिमा को कथित तौर पर उनके 'युवा जागरण मंच' के नेतृत्व में युवाओं की भीड़ द्वारा तोड़ दिए जाने के बाद यूट्यूबर ने मीडिया का ध्यान आकर्षित किया था। हालांकि अभी तक मनीष कश्यप की टिप्पणी पर संजय जायसवाल की कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।