सक्षमता परीक्षा के विरोध में नियोजित शिक्षक, एडमिट कार्ड जलाया, आज से दो पालियों में एग्जाम
नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का देने के लिए आज से सक्षमता परीक्षा का शुरू हो रही है। जो 6 मार्च तक चलेगी। लेकिन इसका विरोध शुरू हो गया है। शिक्षकों ने प्रदर्शन करते हुए एडमिट कार्ड जलाए।
नियोजित शिक्षक सक्षमता परीक्षा नहीं देंगे और इसके विरोध में रविवार को शिक्षकों ने सक्षमता परीक्षा के एडमिट कार्ड को जला दिया। सक्षमता परीक्षा का फॉर्म भरने, एडमिट कार्ड लेने के बाद भी शिक्षक सक्षमता परीक्षा में शामिल नहीं होंगे। विभिन्न प्रखंडों के शिक्षकों ने कहा कि एडमिट कार्ड ले लिया, लेकिन उसे जलाकर हम परीक्षा का बहिष्कार कर रहे हैं। शिक्षकों ने कहा कि हमारी लड़ाई जारी रहेगी।
बिहार शिक्षक एकता मंच के आह्वान पर मुजफ्फरपुर समेत सभी जिला मुख्यालयों में सक्षमता परीक्षा का एडमिट कार्ड शिक्षकों ने जलाया। शिक्षक एकता मंच मुजफ्फरपुर द्वारा जिला संयोजक जितेंद्र कुमार यादव की अध्यक्षता में शहीद खुदीराम बोस स्मारक स्थल पर एडमिट कार्ड जलाओ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में जिले के सैकड़ों शिक्षकों ने स्वेच्छा से अपना एडमिट कार्ड जलाया और परीक्षा का बहिष्कार करने का निर्णय लिया।
संयोजक श्री यादव ने कहा कि जिन शिक्षकों ने एडमिट कार्ड नहीं जलाया है, वह भी परीक्षा में शामिल न होकर आंदोलन को मजबूत कर सकते हैं। चरणबद्ध तरीके से आंदोलन हो रहा है और हमलोग पूर्ण रूप से सक्षमता परीक्षा का बहिष्कार कर रहे हैं। बिना शर्त राज्यकर्मी का दर्जा मिलने तक लड़ाई जारी रहेगी। सरकार के पास कोई जवाब नहीं है। मंच के सभी शिक्षकों ने एक आवाज में बिना शर्त राज्यकर्मी का दर्जा देने की लड़ाई को चट्टानी एकता के साथ आगे बढ़ाने का संकल्प लिया। कार्यक्रम में श्रीकांत राय, लखन लाल निषाद, जीतन सहनी, रमेश कुमार समरेंद्र कुमार पवन, शमशाद आलम, विद्यानंद कुमार, राकेश कुमार, प्रियदर्शी कुमार आदि शामिल हुए।
सक्षमता परीक्षा में पहली पाली में 8.30 तो दूसरी पाली में 1.30 बजे तक शिक्षकों को केन्द्र पर पहुंच जाना है। सोमवार से शुरू परीक्षा को लेकर बोर्ड ने यह निर्देश दिया है। शिक्षकों के लिए कंप्यूटर केंद्र पर प्रथम पाली में रिपोर्टिंग टाइम 8.30 बजे तथा गेट बंद होने का समय 9.30 बजे है। प्रथम पाली में परीक्षा का समय 10 बजे से 12.30 बजे तक निर्धारित है। इसी प्रकार, द्वितीय पाली में रिपोर्टिंग टाइम 1.30 बजे तथा गेट बंद होने का समय 2.30 बजे है। इस पाली में परीक्षा का समय 3 बजे से 5.30 बजे तक निर्धारित है। दिव्यांग शिक्षक अभ्यर्थियों के लिए प्रथम पाली में परीक्षा का आयोजन 10 बजे से 1.20 बजे तक तथा द्वितीय पाली में 3 बजे से 6.20 बजे तक किया जाएगा।
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा जिले समेत राज्य के स्थानीय निकाय के शिक्षकों के लिए सक्षमता परीक्षा, 2024 (प्रथम) का आयोजन 26 फरवरी से 6 मार्च तक होना है। राज्य के 9 जिलों में कुल 52 कंप्यूटर केंद्रों पर यह परीक्षा ली जाएगी। स्वच्छ, शांतिपूर्ण एवं कदाचारमुक्त संचालन के लिए परीक्षा समिति के अध्यक्ष द्वारा इन 9 जिलों के जिला पदाधिकारी, पुलिस अधीक्षक को कंप्यूटर केंद्रों पर पर्याप्त संख्या में सशत्र पुलिस बल के साथ स्टैटिक दंडाधिकारी की प्रतिनियुक्ति करने का भी निर्देश दिया गया है। कंप्यूटर केंद्रों पर बायोमेट्रिक माध्यम से उपस्थिति ली जाएगी।
इन केंद्रों पर किसी भी पदाधिकारी, कर्मी, वीक्षक एवं अभ्यर्थी शिक्षकों के लिए मोबाइल फोन तथा किसी प्रकार का इलेक्ट्रॉनिक सामान लेकर जाने पर प्रतिबंध है। परीक्षा के प्रश्न बहुविकल्पीय होंगे तथा प्रत्येक प्रश्न 1 अंक का होगा। निगेटिव मार्किंग नहीं होगी। जिले में एक ऑनलाइन केन्द्र भगवानपुर में बनाया गया है। मुजफ्फरपुर के शिक्षकों का केन्द्र अन्य जिलों में दिया गया है।
औराई में नियोजित शिक्षकों ने बीआरसी के सामने प्रवेश पत्र जला कर सक्षमता परीक्षा का विरोध किया। वह लोग बिना परीक्षा के राज्य कर्मी का दर्जा देने की मांग कर रहे थे। बंदरा में शिक्षकों ने एडमिट कार्ड जलाकर परीक्षा का विरोध जताया। इस मौके पर संजय कुमार, नवीन कुमार, नवनीत कुमार, विश्वनाथ राय आदि थे।
सक्षमता परीक्षा में शामिल होने वाले शिक्षक अभ्यर्थियों को इंटरमीडिएट वार्षिक परीक्षा के मूल्यांकन कार्य से विरमित करने का आदेश दिया गया है। इंटर उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन जिले में 24 फरवरी से शुरू है। कई शिक्षक अभ्यर्थी मूल्यांकन कार्य में प्रधान परीक्षक, सह-परीक्षक, एमपीपी के रूप में प्रतिनियुक्त हैं।
बोर्ड ने निर्देश दिया है कि परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए मूल्यांकन कार्य से इन्हें विरमित किया जाना है। परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए परीक्षा की तिथि से एक दिन पूर्व एवं एक दिन बाद अधिकतम तीन दिन के लिए मूल्यांकन कार्य से विरमित किया जा सकता है। इच्छुक शिक्षक अभ्यर्थी को मूल्यांकन कार्य से विरमित करने के लिए सभी मूल्यांकन केन्द्रों को निर्देश दिया गया है।