श्रावणी मेलाः एक शिवभक्त ऐसा भी, 16 साल से नहीं कटवाया बाल; रास्ते में लोग ले रहे सेल्फी
पुजारी ने बताया कि वह 16 साल से बाल नहीं कटाएं हैं। शिव की भक्ति में लीन रहते हैं। आठ साल से सुल्तानगंज से जल लेकर देवघर जाते हैं। कोरोना के चलते दो साल नहीं गये। सोमवार को वे देवघर मे जलार्पण करेंगे।
बिहार के भागलपुर स्थित सुल्तानगंज से पवित्र गंगाजल लेकर शिवभक्त झारखंड के देवघर स्थित बाबा वैद्यनाथ का जलाभिषेक करते हैं। इस बीच बाबा के भक्त 105 किलोमीटर की कठिन कांवर यात्रा करते हैं।सुल्तानगंज में भांति-भांति के शिवभक्त देखे जा रहे हैं। इन्हीं मे से एक है बाबा गोपाल मंडल। असम के निवासी शिवभक्त गोपाल मंडल ने पिछले 16 सालों से अपना बाल नहीं कटवाया है। कांवरिया पथ में उनकी जटा देखने के लिए भीड़ जुट जाती है। दूसरे भक्त और श्रद्धालू बाबा गोपाल मंडल के साथ सेल्फी लेते हैं और फोटो खिंचवाते हैं।
आठ साल से लगातार बाबा का कर रहे जलाभिषेक
गोपाल मंडल असम के नागोर जिले के निवासी हैं। गुरुवार को वे सुल्तानगंज से जल भरकर देवघर के लिए रवाना हुए। उनकी लंबी जटा को देखने के लिए गुरुवार को नमामि गंगे घाट पर लोगों की भीड़ जमा हो गयी। गोपाल मंडल आम बगान स्वसन कालीबाड़ी के पुजारी हैं।
पुजारी ने बताया कि वह 16 साल से बाल नहीं कटाएं हैं। शिव की भक्ति में लीन रहते हैं। आठ साल से लगातार सुल्तानगंज से जल लेकर देवघर जाते हैं। कोरोना के चलते दो साल नहीं गये। सोमवार को देवघर में बाबा को जल चढ़ाने की योजना है। उनके साथ चल रहे रामधन और नरेन्द्र धर्मनाथ ने बताया कि पुजारी के साथ काफी संख्या में लोग देवघर जा रहे हैं।
80 किलो का कांवर
कांवरिया पथ के और अनोखे भक्त हैं सावन कुमार रॉय। कोलकाता के सावन कुमार रॉय 80 किलो का कांवरलेकर गुरुवार को सुल्तानगंज से देवघर के लिए रवाना हुए। कांवर में दोनों तरफ तांबा के कलश में गंगाजल भरा हुआ था। रॉय ने बताया कि 11 साल से वह देवघर कांवर लेकर जा रहे हैं। सोमवार को देवघर में जल चढ़ायेंगे। मौसम सुहाना होने के चलते देवघर जाने में राहत मिलेगी। उनका कांवर देखने के लिए भी भीड़ जुटती है। रास्ते में वे मीडिया का चहेता चेहरा बने रहते हैं।