रविशंकर प्रसाद के पास 40 करोड़ की संपत्ति, बीएसपी के नीरज कमार दूसरे नंबर पर; पवन सिंह कितने अमीर?
Bihar Lok Sabha Elections 2024: एडीआर एवं बिहार इलेक्शन वॉच द्वारा सातवें चरण के सभी 134 उम्मीदवारों के शपथ पत्र के विश्लेषण के बाद जारी रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी गयी।
बिहार में लोकसभा चुनाव के सातवें व अंतिम चरण में 37 फीसदी (50) उम्मीदवार करोड़पति हैं और कुल 134 उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 2.50 करोड़ रुपये की है। इस चरण की आठ सीटों में 42 में 16 निर्दलीय (38 फीसदी) सहित प्रमुख दलों में भाजपा, राजद, कांग्रेस, जदयू, एआइएमएआइएम व राष्ट्रीय लोक मोर्चा के सौ फीसदी उम्मीदवार करोड़पति हैं। इस चुनाव में भाजपा के 5, राजद के 3, कांग्रेस के 2, जदयू के 2, एआइएमआइएम के 2 एवं राष्ट्रीय लोक मोर्चा के 1 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। वहीं, भाकपा माले के 3 में 1 (33 फीसदी) और बसपा के 8 में 7 (88 फीसदी) उम्मीदवार करोड़पति है। इनके अतिरिक्त अन्य निबंधित दलों के उम्मीदवार भी करोड़पति हैं। बुधवार को एडीआर एवं बिहार इलेक्शन वॉच द्वारा सातवें चरण के सभी 134 उम्मीदवारों के शपथ पत्र के विश्लेषण के बाद जारी रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी गयी।
भाजपा के रविशंकर प्रसाद के पास सर्वाधिक 40.60 करोड़ की संपत्ति
एडीआर के अनुसार सातवें चरण के उम्मीदवारों में भाजपा के पटना साहिब से उम्मीदवार रविशंकर प्रसाद के पास सर्वाधिक 40 करोड़ 60 लाख 98 हजार 345 रुपये की चल-अचल संपत्ति है। दूसरे स्थान पर पटनासाहिब से ही बसपा प्रत्याशी नीरज कुमार के पास 23 करोड़ 61 लाख 70 हजार 405 रुपये की चल-अचल संपत्ति है। जबकि, तीसरे स्थान पर काराकाट संसदीय क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी पवन सिंह के पास 16 करोड़ 75 लाख 43 हजार 819 रुपये की चल-अचल संपत्ति है। वहीं, सबसे कम संपत्ति पाटलिपुत्र संसदीय क्षेत्र से पीपुल्स पार्टी ऑफ इंडिया (डेमोक्रेटिक) के उम्मीदवार नागेश्वर प्रसाद के पास मात्र 6900 रुपये की चल-अचल संपत्ति, आरा संसदीय क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी वीरेंद्र कुमार सिंह के पास मात्र 15,000 रुपये और नालंदा संसदीय क्षेत्र से संयुक्त किसान विकास पार्टी के उम्मीदवार सुधीर कुमार के पास मात्र 50,500 रुपये की चल-अचल संपत्ति है।
सबसे अधिक देनदारी ददन यादव के पास है
सातवें चरण के चुनाव में बक्सर से प्रत्याशी ददन यादव के पास सबसे अधिक 46,04,30,000 रुपये की देनदारी है। वहीं, राजद के बक्सर से ही प्रत्याशी सुधाकर सिंह के पास 5,73,94,347 रुपये है। जबकि काराकाट से राष्ट्र सेवा दल के प्रत्याशी प्रदीप कुमार जोशी के पास कुल 1,35,45,361 करोड़ की देनदारी है, जिसमें 99,04,932 रुपये की देनदारी विवादित है। दूसरी ओर, पटना साहिब से भाजपा प्रत्याशी रविशंकर प्रसाद ने सबसे अधिक 3 करोड़ 81 लाख 95 हजार की आय आयकर रिटर्न में घोषित किया है। जबकि दूसरे स्थान पर 59,59,452 रुपये की आय जहानाबाद से राजद प्रत्याशी सुरेंद्र प्रसाद यादव ने घोषित किया है। वहीं, पाटलिपुत्र से राजद प्रत्याशी मीसा भारती ने 14,85,030 रुपये की आय आयकर रिटर्न में घोषित की है।
22 फीसदी उम्मीदवारों पर अपराध तो 19 फीसदी पर गंभीर अपराध के मामले
एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार सातवें चरण में 134 में 30 उम्मीदवारों (22 फीसदी) पर अपराध के मामले दर्ज है। वहीं, 26 उम्मीदवारों (19 फीसदी) पर गंभीर अपराध के मामले दर्ज है। 10 उम्मीदवारों ने अपने ऊपर हत्या के प्रयास और 4 उम्मीदवारों ने महिलाओं के ऊपर अत्याचार के मामले अपने ऊपर घोषित किये है। इन चार में एक उम्मीदवार पर महिला के खिलाफ जघन्य अपराध का आरोप है। रिपोर्ट के अनुसार निर्दलीय 42 में 4 (10 फीसदी), बसपा के 8 में 2 (25 फीसदी), भाजपा के 5 में 2 (40 फीसदी), राजद के 3 में 3 (100 फीसदी), भाकपा माले के 3 में 1 (33 फीसदी), एआइएमआइएम के 2 में 2 (100 फीसदी), कांग्रेस के 2 में 1 (50 फीसदी), राष्ट्रीय लोक मोर्चा 1 में 1 (100 फीसदी) उम्मीदवार पर गंभीर अपराध का मामला दर्ज है।
42 उम्मीदवार 25 से 40 साल के हैं
इस चरण में 42 उम्मीदवार (31 प्रतिशत ) 25 से 40 साल के हैं। जबकि 66 (49 प्रतिशत ) उम्मीदवारों की आयु 41 से 60 साल के बीच है। वही, 25 (19 फीसदी) उम्मीदवारों की उम्र 61 से 80 साल है। एक उम्मीदवार 83 साल के भी चुनाव मैदान में हैं। वहीं, 48 (36 फीसदी) उम्मीदवार 5 वीं से 12 वीं तक शिक्षित हैं। जबकि 74 (55 प्रतिशत ) उम्मीदवार स्नातक या उससे अधिक शिक्षित हैं। एक उम्मीदवार डिप्लोमा धारक है जबकि 11 उम्मीदवार साक्षर हैं। इस चरण में मात्र 12 (9 प्रतिशत ) महिला उम्मीदवार चुनाव लड़ रही हैँ।