नीतीश कैबिनेट के विस्तार पर आया नया अपडेट, जेडीयू और बीजेपी कोटे से नए मंत्री कब बनेंगे?
नीतीश कैबिनेट में अधिकतम 27 नए मंत्री बनाए जा सकते हैं। अभी राज्य में सीएम नीतीश समेत 9 ही मंत्री हैं। राज्य मंत्रिमंडल का इसी हफ्ते विस्तार होने की संभावना है।
बिहार में लोकसभा चुनाव के सीट बंटवारे के बीच नीतीश कैबिनेट के विस्तार की सुगबुगाहट तेज हो गई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सोमवार को इंग्लैंड दौरे से लौट रहे हैं। उनके पटना आते ही कैबिनेट विस्तार पर चर्चा होने की बात कही जा रही है। राज्य मंत्रिमंडल का विस्तार इसी हफ्ते होने की संभावना है। जेडीयू और बीजेपी कोटे से नए मंत्री बनाए जा सकते हैं। नीतीश के विदेश दौरे से लौटने के बाद एनडीए में सीट बंटवारे का फॉर्मूला भी फाइनल किया जाएगा।
रिपोर्ट्स के मुताबिक लोकसभा चुनाव की घोषणा से पहले राज्य में मंत्रिमंडल का विस्तार कर दिया जाएगा। 14 या 15 मार्च को नए मंत्रियों का शपथग्रहण समारोह हो सकता है। हालांकि, सरकार की ओर से अभी तक इसकी पुष्टि नहीं की गई है। अभी राज्य कैबिनेट में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत 9 ही मंत्री हैं। कैबिनेट की क्षमता 36 की है। ऐसे में अधिकतम 27 मंत्री और बनाए जा सकते हैं। बीते 28 जनवरी को राज्य में एनडीए की सरकार का फिर से गठन हुआ था। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी एवं विजय सिन्हा ने शपथ ली थी। इसके अलावा 6 अन्य नेताओं को भी मंत्री बनाया गया। राज्य कैबिनेट में सीएम नीतीश के अलावा जेडीयू एवं बीजेपी से 3-3, हम से एक और एक निर्दलीय विधायक मंत्री हैं।
इन सभी मंत्रियों को फरवरी महीने में विभागों का बंटवारा किया गया था। दोनों डिप्टी सीएम सम्राट और विजय सिन्हा को 9-9 विभागों की जिम्मेदारी दी गई। अन्य मंत्रियों के पास भी दो से पांच विभाग दिए गए। बताया जा रहा है कि सभी मंत्रियों के पास अधिक विभाग होने के चलते काम का लोड बहुत ज्यादा है। उनका कार्यभार कम करने के लिए राज्य कैबिनेट का जल्द ही विस्तार किया जाएगा। मौजूदा मंत्रियों के विभागों का नए मंत्रियों में बंटवारा कर दिया जाएगा।
हम से दो मंत्री बनाने की मांग
एनडीए सरकार में शामिल पूर्व सीएम जीतनराम मांझी की पार्टी हम लगातार अपने कोटे से दो मंत्री बनाने की मांग कर रही है। मांझी के बेटे संतोष सुमन अभी नीतीश कैबिनेट में मंत्री हैं। मांझी ने पूर्व में कहा था कि उनकी पार्टी को महागठबंधन से मुख्यमंत्री पद का ऑफर था, मगर वे एनडीए छोड़कर नहीं गए। ऐसे में उन्हें कम से कम दो मंत्री जरूर मिलने चाहिए।