Hindi Newsबिहार न्यूज़Manish Kashyap appeared in Patna court in two cases of EOU spent night in Beur jail What is demand of relatives

EOU के दो केस में मनीष कश्यप की आज पटना कोर्ट में पेशी, बेऊर जेल में कटी रात; क्या है परिजनों की मांग?

मनीष कश्यप के भाई ने करण कश्यप ने कहा कि रात में बेऊर जेल प्रशासन उन्हें रखने के लिए तैयार नहीं था। पुलिस के द्वारा काफी मनाने के बाद रखा गया। उसने अपने भाई को बेतिया से पटना लाने पर भी सवाल उठाया।

Sudhir Kumar लाइव हिंदुस्तान, पटनाTue, 8 Aug 2023 11:36 AM
share Share

यूट्यूबर मनीष कश्यप की आज पटना के सीजेएम कोर्ट में पेशी होने वाली है। इससे पहले सोमवार को बेतिया कोर्ट में 2 मामलों में सुनवाई के बाद मनीष कश्यप को पटना लाया गया। रात में उन्हें बेऊर जेल में रखा गया। आज मंगलवार को आर्थिक अपराध इकाई में दर्ज दो मामलों में पटना सिविल कोर्ट में  सुनवाई है जिनमें उनकी पेशी होगी। इस बीच मनीष के परिजनों ने एक बार फिर उन्हें बेतिया जेल में रखने की मांग की है। 

मनीष कश्यप के भाई ने करण कश्यप ने कहा कि रात में बेऊर जेल प्रशासन उन्हें रखने के लिए तैयार नहीं था। पुलिस के द्वारा काफी मान मनौव्वल  के बाद रखा गया। करण कश्यप ने अपने भाई को बेतिया से पटना लाने पर भी सवाल खड़ा किया। उसने बताया कि बेऊर जेल की ओर से कहा गया कि यहां रखने का कोई आर्डर नहीं है। ऐसे में यहां नहीं रखा जा सकता। लेकिन काफी बहस और जद्दोजहद के बाद रात भर के लिए मनीष कश्यप को रखा गया। आज ईओयू में दर्ज 2 मामलों में पटना सिविल कोर्ट में उनकी पेशी होने वाली है। उनके खिलाफ आर्थिक अपराध इकाई में 4 केस दर्ज है इनमें से 2 मामलों में  आज सुनवाई होना है।

इसे भी पढ़ें- पेशी के लिए बेतिया पहुंचे मनीष कश्यप पर फूलों की बारिश, जिंदाबाद के लगे नारे; कोर्ट ने 2 केस में लिया रिमांड

इससे पहले सोमवार को बड़ी सुरक्षा के बीच मनीष कश्यप को तमिलनाडु से बेतिया लाया गया। मझौलिया में स्टेट बैंक के मैनेजर के साथ मारपीट और सरकारी काम में बाधा डालने के साथ चनपटिया के भाजपा विधायक उमाकांत मिश्रा के साथ मारपीट और दुर्व्यवहार के दो मामलों में उनकी पेशी बेतिया कोर्ट में पेशी हुई। दोनों ही केसों में कोर्ट ने उन्हें 14 दिनों की न्याय हिरासत में भेजने का आदेश दिया। लेकिन मंगलवार को पटना कोर्ट में केस की सुनवाई को लेकर उन्हें पटना लाया गया।

इस बीच मनीष कश्यप के परिजनों ने उन्हें फिर से तमिलनाडु नहीं ले जाने की मांग की है कहा है। कहा गया है कि जब बेतिया कोर्ट ने रिमांड पर लिया है तो उन्हें बेतिया जेल में ही रखा जाना चाहिए। मनीष के भाई ने वीडियो जारी कर यह अपील की है। इस मामले में कानून के जानकारों का मानना है बेतिया कोर्ट ने जुडिशियल कस्टडी का आदेश दिया है। उसके बाद मनीष कश्यप को कहीं भी सुरक्षित स्थान पर रखा जा सकता है। परिस्थितियों को देखते हुए यह पुलिस को तय करना है।

सोमवार को बेतिया रेलवे स्टेशन पर सप्त क्रांति से उतरने के बाद मनीष कश्यप के समर्थकों की भारी भीड़ जुट गई। स्टेशन से लेकर एसपी ऑफिस तक भीड़ लगी रही। जब उन्हें एसपी ऑफिस से कोर्ट ले जाया गया तो वहां भी दिनभर हुजूम लगा रहा। मनीष कश्यप के चाहने वालों ने उन पर फूलों की बारिश की और जिंदाबाद के नारे लगाए। कई लोगों ने मनीष कश्यप को रिहा करो जैसे नारे भी लगाए। भीड़ के बीच काफी जद्दोजहद करते हुए पुलिस उन्हें सुरक्षित निकालकर पटना ले गई।

दरअसल बिहार के चर्चित यूट्यूबर मनीष कश्यप पर तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों के साथ कथित हिंसा मामले में बिहार से तमिलनाडु तक कई केस दर्ज हैं। उनपर फेक वीडियो बनाकर अपने यूट्यूब चैनल पर प्रसारित करने और वायरल करके गलत संदेश फैलाने का आरोप है। इस मामले के सामने आने के बाद बेतिया में दर्ज कई केस पुलिस ने खोल दिए। एक केस में वारंट के बाद गिरफ्तार करने में विफल रही बेतिया पुलिस ने 18 मार्च को मनीष के घर पर कुर्की की कार्रवाई की। उसके बाद जगदीशपुर थाने में उन्होंने सरेंडर कर दिया। उसके बाद तमिलनाडु की पुलिस मनीष कश्यप को अपने साथ तमिलनाडु ले गयी थी। उन्हें मदुरई के एक जेल में रखा गया है।
 

अगला लेखऐप पर पढ़ें