पुरानों को छोड़ नए चेहरों को भाजपा ने दिया मौका, नीतीश कैबिनेट में शामिल कौन हैं बीजेपी के 'स्पेशल 6'
नीतीश मंत्रिमंडल विस्तार में बीजेपी ने पुरानों की बजाय नए चेहरों को मौका दिया है। सभी पहली बार कैबिनेट में शामिल हुए 6 मंत्री बीजेपी कोटे के है। BJP के कुल 15 मंत्री हो गए हैं। जबकि JDU के 13 हैं।
नीतीश मंत्रिमंडल का विस्तार होते ही राज्य में मंत्रियों की कुल संख्या 29 हो गई है। वहीं भाजपा कोटे से अब 15 मंत्री हो गए। इन मंत्रियों में छह ऐसे हैं जिन्हें पहली बार सरकार में शामिल होने का मौका मिला है। पहली बार मंत्री बनने वालों में सभी भाजपा से हैं। जिन नए चेहरों को मंत्रिमंडल में शामिल होने का मौका मिला है उनमें संतोष सिंह, हरि सहनी, डॉ. दिलीप कुमार जायसवाल, केदार प्रसाद गुप्ता, सुरेन्द्र मेहता व कृष्णनंदन पासवान हैं।
पुराने चेहरों के बजाए नए चेहरों पर भरोसा जताने के पीछे पार्टी की रणनीति का हिस्सा बताया जा रहा है। संतोष सिंह दूसरी बार विधान पार्षद बने हैं। नीतीश सरकार के विश्वासमत हासिल करने के दौरान शाहाबाद के तीन विपक्षी विधायकों को सत्तारूढ़ दल में शामिल कराने में इनकी अहम भूमिका बताई जा रही है।
हरि सहनी विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष रह चुके हैं। मछुआरा समाज से आने वाले सहनी की पहचान पिछड़ों के नेता के रूप में रही है। डॉ. दिलीप कुमार जायसवाल पार्टी के प्रदेश कोषाध्यक्ष रह चुके हैं। संगठन में योगदान दे रहे हैं। केदार प्रसाद गुप्ता 2022 के उपचुनाव में जीतकर आए। सुरेन्द्र मेहता दूसरी बार विधायक बने हैं।
आपको बता दें एनडीए सरकार के गठन के 46 दिनों बाद शुक्रवार को राज्य मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ। राजभवन के राजेंद्र मंडपम में शाम साढ़े छह बजे राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने 21 मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलायी। मंत्री बनने वालों में छह बिल्कुल नये चेहरे हैं। राजभवन में एक घंटे तक शपथ ग्रहण समारोह चला। इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी व विजय कुमार सिन्हा समेत एनडीए के तमाम नेतागण एवं कार्यकर्ता मौजूद थे।
सबसे पहले पूर्व उपमुख्यमंत्री रेणु देवी ने शपथ ली। वहीं, सबसे अंत में भाजपा के संतोष कुमार सिंह का शपथ ग्रहण हुआ। भाजपा के नीतीश मिश्र व हरि सहनी ने मैथिली भाषा में शपथ ली। इससे पहले 28 जनवरी को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आठ मंत्रियों ने शपथ ली थी। अब मंत्रिमंडल विस्तार के बाद राज्य में मुख्यमंत्री को छोड़कर मंत्रियों की संख्या 29 हो गयी है।
वर्ष 2020 नवंबर में एनडीए सरकार का गठन हुआ था, तब मुख्यमंत्री को छोड़कर 30 मंत्री थे। उस समय भाजपा के 16, जदयू के 12, एक हम, एक वीआईपी और एक निर्दलीय मंत्री थे। 2020 के मुकाबले अभी एक मंत्री कम हैं। अब मुख्यमंत्री को छोड़कर 29 मंत्री हैं। जदयू के मंत्रियों की संख्या में वर्ष 2020 की तुलना में एक का इजाफा, जबकि भाजपा से एक कम हुआ है।