बिहार में सुधरेगी बिजली सप्लाई, हर अंचल में खर्च होंगे औसतन 300 करोड़
बिहार में बिजली आपूर्ति व्यवस्था में सुधार लाने और गुणवत्तापूर्ण बिजली देने के लिए कंपनी हर अंचल में औसतन 300 करोड़ खर्च करेगी। सूबे की बिजली आपूर्ति नेटवर्क को मजबूत करने पर 6641 करोड़ खर्च होंगे।
बिहार में बिजली आपूर्ति व्यवस्था में सुधार लाने और गुणवत्तापूर्ण बिजली देने के लिए कंपनी हर अंचल में औसतन 300 करोड़ खर्च करेगी। पुनरुत्थान वितरण क्षेत्र सुधार योजना (आरडीएसएस) के तहत अगले दो वर्षों के दौरान सूबे की बिजली आपूर्ति नेटवर्क को मजबूत करने पर 6641 करोड़ खर्च होंगे। इसमें 3574 करोड़ साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के 11 बिजली आपूर्ति अंचलों जबकि 3067 करोड़ नॉर्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के नौ अंचलों को मिलेंगे।
कंपनियों ने एजेंसियों को निविदा आवंटित किया कंपनी अधिकारियों के अनुसार, सबसे अधिक राशि 497.02 करोड़ भोजपुर अंचल जबकि सबसे कम 227.34 करोड़ किशनगंज अंचल में खर्च होंगे। बिजली आपूर्ति कंपनियों ने संबंधित एजेंसियों को निविदा आवंटित करते हुए कार्य शुरू करा दिया है।
बेहतर फीडर पर आधा खर्च
आरडीएसएस मद में मिली राशि का आधा भाग बेहतर फीडर, ट्रांसफॉर्मर मीटरिंग एवं प्री-पेड स्मार्ट कंज्यूमर मीटरिंग पर खर्च किए जाएगे। बाकी बची आधी राशि को बिजली नुकसान में कमी लाने और नेटवर्क को मजबूत बनाने पर खर्च किया जायेगा। दूसरे भाग की 60 फीसदी राशि केंद्र सरकार द्वारा अनुदान के रूप में वित्तपोषित की जायेगी।
विद्युत नेटवर्क मजबूत होगा
आरडीएसएस बिजली वितरण नेटवर्क को मजबूत करने की दिशा में केंद्र सरकार का नवीनतम अनुदान-आधारित कार्यक्रम है। यह सरकारी वितरण कंपनियों की परिचालन क्षमता और वित्तीय स्थिरता में सुधार लायेगा। इससे खासकर ग्रामीण विद्युत नेटवर्क मजबूत होगा। इसके साथ ही सौर आधारित कृषि फीडरों की स्थापना हो सकेगी जिससे किसानों को निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित होगी।