Hindi Newsबिहार न्यूज़Chirag Paswan also could not win BJP Mokama but votes margin decreased

चिराग पासवान भी बीजेपी को नहीं जिता सके मोकामा, बस अनंत सिंह की बीवी की जीत का अंतर घटा

नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू से अलग होने के बाद बीजेपी मोकामा में अकेले चुनाव लड़ी। करीब ढाई दशक के बाद पार्टी ने यहां अपना उम्मीदवार उतारा। इससे पहले गठबंधन में यह सीट जेडीयू के खाते में ही जाती थी।

Jayesh Jetawat लाइव हिन्दुस्तान, पटनाSun, 6 Nov 2022 05:06 PM
share Share

बिहार की मोकामा विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव के नतीजों में बीजेपी को आरजेडी से हार का सामना करना पड़ा है। नीतीश कुमार से अलग होकर सालों बाद मोकामा में चुनाव लड़ी बीजेपी ने प्रचार के दौरान पूरी ताकत झोंक दी थी। यहां तक कि गैर एनडीए दल लोजपा (रामविलास) के मुखिया चिराग पासवान को भी अपने पक्ष में कर दिया और उनसे मोकामा में प्रचार करवाया। चिराग की रैलियों के बावजूद आरजेडी और अनंत सिंह के गढ़ में बीजेपी अपना परचम नहीं लहरा सकी। हालांकि, बीजेपी और आरजेडी उम्मीदवार की हार का अंतर जरूर घटा है।

मोकामा उपचुनाव में आरजेडी उम्मीदवार नीलम देवी को 79,744 वोट मिले, जबकि बीजेपी प्रत्याशी सोनम देवी को 63003 वोटों से संतोष करना पड़ा। बीजेपी को यहां 16741 वोटों से हार मिली। हारने के बावजूद बीजेपी नेता मोकामा में पार्टी के मजबूत होने का दावा कर रहे हैं। बीजेपी प्रवक्ता निखिल आनंद ने रविवार को कहा कि मोकामा में बाहुबली अनंत सिंह पहले 30-35 हजार वोटों के अंतर से जीतते थे, मगर इस बार यह घटकर 17 हजार के नीचे चला गया है। यानी कि हार का अंतर बहुत कम हुआ है।

नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू से अलग होने के बाद बीजेपी मोकामा में अकेले चुनाव लड़ी। करीब ढाई दशक के बाद पार्टी ने यहां अपना उम्मीदवार उतारा। इससे पहले गठबंधन में यह सीट जेडीयू के खाते में ही जाती थी। मौजूदा उपचुनाव में बीजेपी को मोकामा में लोजपा का साथ मिला और चिराग पासवान प्रचार के लिए भी आए। बाहुबली नेता सूरजभान ने भी बीजेपी पक्ष में वोट मांगे। साथ ही प्रदेश पार्टी के सभी बड़े नेताओं ने यहां ऐड़ी-चोटी का जोर लगा दिया, मगर नतीजे अपने पक्ष में नहीं कर सके।

एनडीए में शामिल होंगे चिराग पासवान?

मोकामा उपचुनाव में बीजेपी के पक्ष में प्रचार करने के बाद चिराग पासवान की एनडीए में वापसी की अटकलें तेज हो गई हैं। उन्होंने खुद कहा कि वे जल्द ही पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर इस पर फैसला लेंगे। उनके पिता रामविलास पासवान पहले एनडीए में ही थे और नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्री रहे। रामविलास के निधन के बाद लोजपा दो धड़ों में बंट गई। अपने चाचा पशुपति पारस से विवाद के बाद चिराग पासवान ने एनडीए छोड़ दी थी। हालांकि, आगामी लोकसभा चुनाव से पहले वे दोबारा एनडीए में शामिल हो सकते हैं।

2025 में भी सोनम देवी पर दांव लगाएगी बीजेपी

मोकामा उपचुनाव के नतीजे जारी होने के बाद बीजेपी ने अब 2025 के विधानसभा इलेक्शन की तैयारी भी शुरू कर ली है। बीजेपी प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा कि हार के बावजूद मोकामा में संगठन को मजबूती मिली है। सोनम देवी ने 42 फीसदी वोट हासिल किए। अगले चुनाव में भी पार्टी उन्हें ही टिकट देगी। निखिल आनंद ने सोनम देवी को 2025 में मोकामा से विधायक बनने की शुभकामनाएं भी दे दी हैं। बता दें कि सोनम देवी क्षेत्र के बाहुबली ललन सिंह की पत्नी हैं, जो जेडीयू छोड़कर बीजेपी में आए थे। बीजेपी ने अनंत सिंह की बीवी नीलम देवी की काट के रूप में उन्हें टिकट दिया।

अगला लेखऐप पर पढ़ें