बिहार पुलिस में बंपर बहालीः 62 हजार नए पदों पर भर्ती को हरी झंडी, महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण
सिपाही की बहाली की अधियाचना जल्द पुलिस मुख्यालय ने पिछले दिनों जिला और इकाइयों से सिपाही के रिक्त पदों की जानकारी मांगी थी। यह आंकड़ा मुख्यालय को प्राप्त हो चुका है। सिपाही के 6500 पद रिक्त हैं।
वर्दी का शौक रखने वाले युवाओं को जल्द सुनहरा अवसर मिलने वाला है। बिहार पुलिस में एक-दो हजार नहीं लगभग 62,000 पदों पर बहाली होगी। एक से दो माह में इसकी शुरुआत हो जाएगी। फिलहाल सिपाही के करीब 6500 रिक्त पदों से बहाली की प्रक्रिया शुरू होने जा रही है। वहीं, बाकी के 55 हजार से अधिक पदों पर यह चरणवार की जाएगी। जल्द ही नए पदों के सृजन का प्रस्ताव कैबिनेट में भेजा जाएगा।
सिपाही की बहाली की अधियाचना जल्द पुलिस मुख्यालय ने पिछले दिनों जिला और इकाइयों से सिपाही के रिक्त पदों की जानकारी मांगी थी। यह आंकड़ा मुख्यालय को प्राप्त हो चुका है। बिहार पुलिस में वर्तमान में स्वीकृत सिपाहियों के पद में से करीब 6500 पद रिक्त हैं। पुलिस मुख्यालय रोस्टर क्लियरेंस में जुट गया है। अफसरों के मुताबिक दिसंबर के आखिर या जनवरी में हर हाल में सिपाही के इन पदों पर बहाली की अधियाचना केन्द्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती) को भेज दी जाएगी।
74 हजार नए पदों का सृजन बिहार पुलिस में
अभी पुलिस के विभिन्न श्रेणी में 1.52 लाख के करीब स्वीकृत बल हैं। जल्द ही नए पदों का सृजन होगा। अधिकारियों के मुताबिक गृह विभाग में दारोगा, एएसआई, हवलदार, सिपाही व चालक सिपाही के करीब 74 हजार पदों के सृजन की कार्रवाई जारी है। इनमें 56 हजार के आसपास ऐसे पद होंगे, जिन्हें सीधी नियुक्ति से भरा जाएगा। वहीं, दारोगा के सृजित होने वाले आधे पदों के अलावा एएसआई व हवलदार के पदों को प्रोन्नति से भरा जाएगा। एएसआई और हवलदार के पद प्रोन्नति वाले पदों में आते हैं। अफसरों के मुताबिक पदों के सृजन का कार्य अंतिम चरण में है। कागजी कार्रवाई के बाद इसे कैबिनेट की मंजूरी को भेजा जाएगा।
ईआरएसएस के लिए 20-22 हजार पद
इमरजेंसी रिस्पांस सपोर्ट सिस्टम (ईआरएसएस) आपातकालीन सेवाओं के तहत शुरू किए गए डायल 112 की सेवाओं के लिए बड़े पैमाने पर पुलिसकर्मियों व अफसरों की जरूरत है। पुलिस मुख्यालय के आकलन के मुताबिक आपातकालीन यह सेवा पूरे राज्य में दो चरणों में लागू होनी है। पहले चरण के तहत पटना और राज्य के सभी जिला मुख्यालयों में इसे शुरू कर दिया गया है। दोनों चरणों को मिलाकर 20-22 हजार पुलिसकर्मियों की जरूरत है। नए पदों में यह भी शामिल है।
महिलाओं के लिए भी ज्यादा अवसर बिहार में नौकरियों में महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण है। पुलिस में सिपाही से दारोगा तक की नियुक्ति में भी यह लागू होता है। इसके अतिरिक्त पिछड़ा वर्ग की महिलाओं के लिए पुलिस में 3 प्रतिशत पद पहले से आरक्षित हैं। ऐसे में बिहार पुलिस में बड़े पैमाने पर होनेवाली बहाली में महिलाओं को भी ज्यादा अवसर मिलेंगे।
11 सदर अस्पतालों के लिए 44 पदों का सृजन
पटना। राज्य के 11 सदर अस्पतालों के लिए 44 शल्य कक्ष सहायक (ओटी असिस्टेंट) का पद सृजित किया गया है। अरवल, अररिया, बांका, बक्सर, कैमूर, किशनगंज, जमुई, लखीसराय, सुपौल, शेखपुरा व शिवहर को क्रियाशील बनाने के लिए इन पदों का सृजन किया गया है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से इस बाबत अधिसूचना जारी कर दी गई है। इन पदों के मद में एक करोड़ 96 लाख वार्षिक खर्च होंगे।
सृजित होनेवाले पद
दारोगा 23000
एएसआई 1800
हवलदार 4000
सिपाही 35000
चालक सिपाही 9000
(पदों की संख्या लगभग में)
क्या कहते हैं अधिकारी
सिपाही के रिक्त करीब 6500 पदों पर रोस्टर क्लियरेंस के बाद बहाली की अधियाचना भेजी जाएगी। पुलिस मुख्यालय की कोशिश है कि दिसम्बर के आखिर या जनवरी 2023 में इसे भेज दिया जाए। वहीं करीब 74 हजार नए पदों के सृजन का काम भी हो रहा है। - जेएस गंगवार, एडीजी मुख्यालय