थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों का बोन मैरो ट्रांसप्लांट हुआ आसान, CMS वेल्लोर से स्वास्थ्य विभाग का MOU
योग्य बच्चों का चयन कर सरकार उसे सीएमसी वेल्लोर भेजेगी। बोन मैरो ट्रांसप्लांट होने के बाद बच्चों को बार बार रक्त चढ़ाने से मुक्ति मिलेगी। ट्रांसप्लांट में 15 लाख का खर्च आता है जिसमें सरकार मदद देगी।
थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों के बोन मैरो ट्रांसप्लांट के लिए बिहार सरकार स्वास्थ्य विभाग ,सीएमसी वेल्लोर के साथ करार करेगी । यह करार सोमवार को स्वास्थ्य विभाग में होगा। करार के बाद राज्य के थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों का बोन मैरो ट्रांसप्लांट सीएमसी वेल्लोर में होगा । फिलहाल इसके लिए पीएमसीएच में रजिस्ट्रेशन जारी है। 1 अगस्त को पीएमसीएच के ऑडिटोरियम में पीएमसीएच के शिशु रोग विभाग और सीएमसी वेल्लोर के संयुक्त तत्वावधान में एचएलए कैंप का आयोजन होगा।
इस कैंप में पीड़ित बच्चों के भाई या बहन से खून और बोन मैरो का मिलान किया जाएगा। योग्य बच्चों का चयन कर सरकार उसे सीएमसी वेल्लोर भेजेगी। बोन मैरो ट्रांसप्लांट होने के बाद बच्चों को बार बार रक्त चढ़ाने से मुक्ति मिलेगी। इससे पहले सरकार ने राज्य के जन्मजात दिल में छेद से पीड़ित बच्चों का निशुल्क ऑपरेशन करने का अभियान शुरू किया था। जिसमें अब तक 1500 से अधिक बच्चों का ऑपरेशन हो चुका है।
थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों के बोन मैरो ट्रांसप्लांट में लगभग 15 लख रुपए का खर्च आता है। सरकार द्वारा इसका खर्च उठाने से इन बच्चों के परिवार को बड़ी आर्थिक मदद दी दी जाएगी।