बॉलीवुड स्टार मनोज बाजपेयी पहुंचे अपने गांव, सेल्फी की लगी होड़; चंपारण मटन खाकर हुए भावुक
हिंदी फिल्मों के जाने माने स्टार अभिनेता और चंपारण के लाल मनोज बाजपेयी अपने गांव पहुंचे। रविवार की शाम को मनोज अपने सपरिवार के साथ बेलवा गांव आए। उनके साथ में उनकी पत्नी नेहा और बेटी नायला भी आई।
हिंदी फिल्मों के जाने माने स्टार अभिनेता और चंपारण के लाल मनोज बाजपेयी अपने गांव पहुंचे। रविवार की शाम को मनोज अपने सपरिवार के साथ बेलवा गांव आए। उनके साथ में उनकी धर्मपत्नी नेहा और बेटी नायला भी गांव बेलवा मे आयी है। उन्होंने कहा कि बेलवा की मिट्टी को हमेशा याद करते है । गांव में जो सुकून मिलता है, वह सुकून का पल बिताना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। स्टार बेटा के घर आने से पूरे गांव में जश्न का माहौल है। उनके घर पर मिलने वालों का तांता लगा है। उनके साथ सेल्फी लेने की होड़ लगी रही।
घर आते ही सबसे पहले मां स्वर्गीय गीता देवी और पिता स्वर्गीय राधाकांत बाजपेयी को याद किया। भावुक हुए। उन्होंने गांव की गलियों और खेतों में जाकर पुराने दिनों को याद किया और गांव के लोगों का हाल-चाल जाना। जब उनसे बेलवा गांव आने का कारण पूछा गया तो उन्होंने बताया कि गांव मेरा है तो यहां आते जाते रहेंगे। उनके भाई के साथ में भितिहरवा आश्रम जीवन कौशल ट्रस्ट के अध्यक्ष शैलेंद्र प्रताप सिंह व ट्रस्ट के सचिव शिक्षा विद ज्ञानदेवणी त्रिपाठी ने मनोज बाजपेयी से मुलाकात की।
बॉलीवुड स्टार के साथ सेल्फी लेने का सिलसिला सुबह से ही था। शाम के समय मे उन्होंने हड़बोड़ा नदी पर बनते पुल का भ्रमण किया। गांव में बन रहे पुल को देखकर उन्होंने काफी खुशी जाहिर किया। उन्होंने कहा कि हड़बोरा नदी पर पुल बनने से लोगों को काफी सुविधा मिलेगी। खासकर बाढ़ के दिनों में भी आवागमन बाधित नही होगी। उन्होंने गांव में भी लोगों से हालचाल लिया। खेतों में घूम कर मनोज बाजपेयी ने फसलों का जायजा लिया। उसके बाद उन्होंने गांव के आनंदी के भुजा और मटन का लुप्त उठाया। अमोलवा स्टेशन पर घूम कर पुरानी यादों को ताजा किया ।उन्होंने रेलवे की कार्य को देखकर खुशी जाहिर किया। गांव के लोगों से मिलकर मनोज बाजपेयी कई बार भावुक होते दिखे।