पुल-पुलिया और पक्की सड़कों से चमन होंगे बिहार के गांव, नीतीश सरकार खर्च करेगी 5700 करोड़ का बजट
बिहार सरकार ने आगामी वित्तीय वर्ष के बजट में पथ निर्माण विभाग को 5702 करोड़ आवंटित किए हैं। हालांकि, पिछले साल के मुकाबले इसमें 216 करोड़ की कमी देखी गई है।
बिहार सरकार ने गांवों के विकास को वित्तीय वर्ष 2024-25 के बजट में भी प्राथमिकता में रखा है। इसको लेकर गांवों में संपर्क सुलभता बढ़ाने पर जोर दिया गया है। अगले वित्तीय वर्ष में गांवों के अंदर सड़क संपर्कता बढ़ाने के लिए 5700 किलोमीटर नए रोड बनाए जाएंगे। इनमें 3 हजार किलोमीटर मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना और प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना से 2700 किलोमीटर लंबी सड़क बनेगी। मुख्यमंत्री ग्रामीण पथ अनुरक्षण कार्यक्रम के तहत अगले साल 10 हजार किलोमीटर लंबाई के ग्रामीण सड़कों की मरम्मत की जाएगी। इसके अलावा बड़ी संख्या में पुल का भी निर्माण किया जाएगा। वहीं, गांवों की गलियों व चौराहों पर रात में रोशनी की व्यवस्था करने के लिए बड़ी संख्या में सोलर स्ट्रीट लाइट लगाई जाएंगे।
सभी गांवों में सोलर स्ट्रीट लाईट योजना में वित्तीय वर्ष 2023-24 तक 64,456 वार्डों में छह लाख 44 हजार 560 स्ट्रीट लाईट लगाने के लक्ष्य के विरुद्ध एक लाख नौ हजार 239 स्ट्रीट लाईट लगा दिये गये हैं। इस मद में वित्तीय वर्ष 2024-25 में 276 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। साथ ही मनरेगा के तहत अगले वित्तीय वर्ष में एक करोड़ 77 लाख पौधे लगाये जाएंगे। इससे एक तरह ग्रामीण क्षेत्रों में हरियाली बढ़ेगी, वहीं रोजगार के भी अवसर बढ़ेंगे।
पुल-पुलिया बनेंगे, बाइपास का होगा निर्माण
आगामी वित्तीय वर्ष में राज्य सरकार सड़क निर्माण के साथ ही पहले से बन चुकी सड़कों की मरम्मत पर पूरा जोर देगी। बजट में पथ निर्माण विभाग को 5702 करोड़ आवंटित किया गया है। स्कीम मद में 4194 करोड़ तो स्थापना मद में 1508 करोड़ प्रावधान किया गया है। वर्तमान वित्तीय वर्ष में पथ निर्माण को 5918 करोड़ दिए गए थे। यानी कि इस महकमे के बजट में 216 करोड़ की कमी हुई है।
बीते एक साल में 115 योजनाओं की मंजूरी दी गई है। इस पर 6424.94 करोड़ खर्च होंगे। इसमें 28 पुल, 12 आरओबी व 75 सड़कें शामिल हैं। 20 बाइपास बनाने पर 556 करोड़ खर्च होंगे। एडीबी के सहयोग से मानसी-सिमरी-बख्तियारपुर, कटिहार-बलरामपुर, वायसी-बहादुरगंज-दीघलबैंक, बेतिया-नरकटियागंज, अम्बा-देव-मदनपुर और मंझवे-गोविन्दपुर सड़क को दो लेन किया जा रहा है।
266 किमी लंबी इस सड़क को दो लेन करने पर 2680 करोड़ खर्च होंगे। एडीबी के सहयोग से ही 5153 करोड़ से नौ सड़कों व एक पुल का निर्माण होगा। इसकी कुल लंबाई 482 किलोमीटर है। छपरा में डबल डेकर पुल, पटना में कारगिल चौक से साइंस कॉलेज तक डबल डेकर फ्लाईओवर, सोन नदी पर पंडुका के पास पहुंच पथ सहित दो लेन पुल, अगुवानीघाट-सुल्तानगंज गंगा सेतु परियोजना के चार लेन पहुंच पथ का निर्माण कार्य और गंडक नदी पर सत्तरघाट पुल में वाटर वे बन रहा है।
सड़क सुरक्षा अंकेक्षण कार्य के तहत सड़कों का संरचनात्मक सुधार व सड़क सुरक्षा से संबंधित कई उपाय किए जा रहे हैं जो आगे भी जारी रहेंगे। सभी सड़कों में रोड सेफ्टी ऑडिट के सभी सुझावों यथा जंक्शन में सुधार, रोड साइनेज, रोड मार्किंग, जेब्रा क्रॉसिंग, स्पीड लिमिट संकेतक चिह्न व रम्बल स्ट्रीप्स का प्रावधान किया जा रहा है ताकि नुकसान को कम किया जा सके। रोड मेंटेनेंस एप्लीकेशंस व मुख्यालय स्थित कंट्रोल एंड कमांड सेंटर की स्थापना की गई है। इस प्रक्रिया में 13 हजार किमी सड़कों की मरम्मत की जा रही है।