भागलपुर स्टेशन पर लगेगा बैगेज स्कैनर, पार्सल भी होगा स्कैन, आरपीएफ जवानों के लिए बनेगा नया बैरक
पूर्व रेलवे के आईजी सह प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त अंबिका नाथ मिश्रा ने कहा कि भागलपुर स्टेशन पर जल्द ही बैगेज स्कैनर लगा दिया जायेगा। इससे स्टेशन पर आने वाले प्रत्येक यात्रियों के सामानों को स्कैन...
पूर्व रेलवे के आईजी सह प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त अंबिका नाथ मिश्रा ने कहा कि भागलपुर स्टेशन पर जल्द ही बैगेज स्कैनर लगा दिया जायेगा। इससे स्टेशन पर आने वाले प्रत्येक यात्रियों के सामानों को स्कैन किया जा सकेगा। इतना ही नहीं इसके साथ ही पार्सल ऑफिस में आने या जाने वाले पार्सल के लिए हेवी लगेज बैगेज स्कैनर लगाया जायेगा।
उन्होंने कहा कि दरभंगा में जून में एक आतंकवादी घटना हुई थी। इसलिए सुरक्षा को लेकर यह काफी जरूरी था। इसके लिए काफी दिनों से प्रयास किया जा रहा था। इसके साथ ही पैसेंजर के लिए रखा स्कैनर भी रैन्डमली जांच किया जाएगा। इससे ज्यादा सफलता मिलेगी।
बढ़ाई जाएगी सीसीटीवी
आईजी ने मंगलवार को भागलपुर रेलवे स्टेशन के हॉल में पुलिस सम्मेलन को संबोधित किया। वहां उन्होंने आरपीएफ के अधिकारियों को कई निर्देश देने के साथ उन लोगों की समस्याएं सुनी। उन्होंने यह भी कहा कि स्टेशन पर अभी करीब तीन दर्जन सीसीटीवी कैमरा लगे हुए हैं। लेकिन इसको अद्यतन करते हुए इसकी संख्या बढ़ाई जायेगी। यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि है। इसके लिए जो भी करना होगा प्रयास किया जायेगा।
उन्होंने कहा कि सुरक्षा को और दुरुस्त किया जा रहा है। इसी क्रम में साहेबगंज में आरपीएफ नए थाना का उद्घाटन हुआ है। आरपीएफ की चुनौतियां बढ़ गई हैं। क्योंकि रेलवे हमेशा सॉफ्ट टारगेट होता है। हमारे अधिकारी और कर्मचारी प्रोफेशनली ड्यूटी करें। अलर्ट रहे ताकि कोई भी अवांछनीय तत्व रेलवे को अपना निशाना नहीं बना सके। सभी यात्री को स्टेशन पर या यात्रा के दौरान कोई नुकसान नहीं पहुंचा सके। इसलिए प्रोत्साहित किया गया।
दो करोड़ की लागत से बनेगा बैरक
उन्होंने कहा कि लंबे समय से जवानों की एक शिकायत थी कि आरपीएफ बैरक करीब 60-70 साल पुराना है। इसके कारण उन्हें परेशानी होती है। इसके लिए दो करोड़ दस लाख रुपए स्वीकृत की गई है। इससे एक नया बैरक बनाया जायेगा। यह भव्य बैरक जल्द ही बनकर तैयार हो जायेगा। इसकी क्षमता 75 से अधिक जवानों के लिए होगी।
योग पर दें ध्यान
उन्होंने कहा कि सुरक्षा और कर्मचारी कल्याण काफी महत्वपूर्ण है। आरपीएफ के अधिकारी एवं जवान शारीरिक गतिविधियां एवं योगा पर ध्यान दें। योगा से शरीर और दिमाग में संतुलन बना रहता है। इससे व्यक्ति व्यावसायिक और शिष्टतापूर्वक काम कर सकें। एक सवाल पर उन्होंने कहा कि पिछले दिनों नाथनगर में जो बम मिले थे उसमें जीआरपी की जांच चल रही है।
पैसेंजर मेटल डिटेक्टर है इसे रैंडमली करते हैं। इससे हमें काफी सफलता मिलती है। पुलिस सम्मेलन के बाद उन्होंने बाल सहायता केन्द्र भागलपुर का भी दौरा किया और एसओपी का कड़ाई से पालन करने का निर्देश दिया। आईजी के साथ आरपीएफ के कमांडेंट राहुल राज, असिस्टेंट कमांडेंट अशोक कुमार, इंस्पेक्टर एके सिंह सहित अन्य पदाधिकारी शामिल थे।