बिना पासपोर्ट म्यामांर से भारत, आधार कार्ड बना कॉलेज में लिया दाखिला; बिहार में पकड़ाए 6 विदेशी
इनमें लंघ नगइह निआंग युवती है। पूछताछ के दौरान युवकों ने बताया कि वर्ष 2022-23 में बिना किसी वीजा व पासपोर्ट के वे म्यांमार से मिजोरम के रास्ते नगालैंड पहुंचे थे। इसके बाद उन्होंने फर्जी तरीके से दिल्ली जाकर आधार कार्ड, वोटर कार्ड व पैन कार्ड बनवाया और कॉलेज में एडमिशन भी लिया।

बिहार के किशनगंज जिले में भारत-नेपाल सीमा पर तैनात एसएसबी 41वीं बटालियन के जवानों रविवार को म्यांमार के छह नागरिकों को अवैध ढंग से भारतीय सीमा में प्रवेश करने पर हिरासत में ले लिया। ये सभी विद्यार्थी हैं। पूछताछ और दस्तावेजों की जांच के बाद संदेह होने पर एसएसबी ने सभी आरोपियों को प. बंगाल के दार्जिलिंग जिले की खोरीबारी थाना पुलिस को सौंप दिया।
हिरासत में लिए गए म्यांमार के विद्यार्थियों के नाम मजी मयो हटई ली (26 वर्ष), लंघ नगइह निआंग (28 वर्ष), नाव थाउंग (27 वर्ष), फ्रांसिस टावक लियन संग (20 वर्ष), वान जा लियन (20 वर्ष) एवं रोलाण्ड नवल लियन बताए गए हैं। इनमें लंघ नगइह निआंग युवती है। पूछताछ के दौरान युवकों ने बताया कि वर्ष 2022-23 में बिना किसी वीजा व पासपोर्ट के वे म्यांमार से मिजोरम के रास्ते नगालैंड पहुंचे थे।
धर्मशास्त्र में डिग्री कोर्स के लिए विटर थियोलॉजिकल कॉलेज नगालैंड ने बिना आधार कार्ड के एडमिशन से मना कर दिया। इसके बाद उन्होंने फर्जी तरीके से दिल्ली जाकर आधार कार्ड, वोटर कार्ड व पैन कार्ड बनवाया और उक्त कॉलेज में एडमिशन लिया। कॉलेज में छुट्टी के कारण शनिवार को उन्होंने तीन भारतीय व नेपाली सहपाठियों के साथ नेपाल के बिर्तामोर स्थित हैप्पी लैंड एडवेंचर पार्क जाने का प्लान किया, जहां इंडो-नेपाल सीमा पर एसएसबी ने पकड़ लिया।