मैरवा में नहीं बन सका बस पड़ाव , रोड पर लगते हैं वाहन
मैरवा में नगर पंचायत के गठन के 20 साल बाद भी स्थायी बस पड़ाव नहीं बना है। अस्थायी बस पड़ाव के कारण सड़क पर जाम की समस्या बढ़ गई है। यात्रियों को धूप और बारिश में खुले में बस का इंतजार करना पड़ रहा है।...

मैरवा, एक संवाददाता। नगर पंचायत के गठन के दो दशक बाद भी स्थायी बस पड़ाव नहीं बन सका है। नगर के मुख्य मार्ग पर मझौली चौक के समीप अस्थायी बस पड़ाव का संचालन हो रहा है। सड़क पर बस पड़ाव होने से पूरे दिन नगर में जाम की स्थिति बनी रहती है। जिसके कारण सुबह से हीं मेन रोड़,मझौली रोड़,प्राणगढ़ी रोड़ और स्टेशन रोड़ के रास्ते में जाम की स्थिति बनी रहती है। लगभग रोजना सुबह लगने वाले जाम अब स्थायी रूप लेने लगा है।मैरवा के यूपी के सटे होने से बिहार से यूपी के गोरखपुर और देवरिया जाने वाले अधिकांश वाहन नगर क्षेत्र के बीच से जाने वाले रास्ते से गुजरते हैं।
मझौली चौक पर लगने वाले जाम के कारण ऐसे वाहन चालक भी जाम में फंसे रहते हैं। नगर पंचायत के द्वारा अस्थायी बस पड़ाव के लिए लगभग 70 लाख रूपये प्रति वर्ष की आमदनी की जा रही है। बड़े राशि के आमदनी के बाद भी यात्री सुविधा का ध्यान नहीं रखा जा रहा है।यात्री सुविधा के नाम सड़क किनारे धूप में खड़े होकर वाहन से आने जाने को यात्री विवश हो रहे रहे है। पूर्व में नगर पंचायत को बस पड़ाव के लिए राशि मिली थी। जमीन उपलब्ध नहीं होने से राशि विभाग को वापस हो गई थी। अस्थायी बस पड़ाव में पेयजल और शौचालय की व्यवस्था नहीं होने से परेशानी नगर पंचायत को अस्थायी बस पड़ाव से सतर लाख रूपये से अधिक की आमदनी हो रही है। यात्रियों के लिए पेयजल और शौचालय की व्यवस्था भी नहीं हो सकी है। पेयजल की व्यवस्था नहीं होने से यहां आने वाले यात्री पानी दुकान से खरीदकर पीने को विवश है।बस स्टैंड के निर्माण के बीना भी नपं को राजस्व मिल रहा है। बस पड़ाव के लिए कोई स्थायी जगह चिन्हित नहीं है। यहां शौचालय की व्यवस्था भी नहीं हो सकी है।प्राणगढी रोड़ में सार्वजनिक शौचालय बना हुआ है। जिसकी हालत ज्यादा खराब होने से यात्री भी जाने से कतराते है। चालक सड़क पर बस में सवारी भरने के बाद भी नगर पंचायत को टैक्स दे रहे है। बस चालक टैक्स की भरपायी यात्रियों से भाड़ा बढ़ाकर कर रहे है। जिससे यात्रियों पर दोहरी मार पड़ रही है। मैरवा में नहीं बना यात्री शेड,खुले में बस का इंततार करते है यात्री नगर पंचायत के अस्थायी बस पड़ाव के लिए यात्री शेड का निर्माण नहीं हो सका है। बैठक में प्रस्ताव पास होने के चार वर्ष बाद भी शेड का निर्माण शुरू नहीं हुआ है। मझौली चौक,गुठनी मोड़ और मैरवा धाम पर यात्री शेड का निर्माण किया जाना है। यात्री के लिए एक अदद शेड बनाने को लेकर नगर पंचायत उदासीन रवैया अपना रहा है। यात्री खुले आकाश में बस और आटो का इंतजार करने को विवश हो रहे है। तेज धूप और बारिश के दौरान यात्रियों की परेशानी बढ़ जाती है। बड़ी आमदनी के बाद भी नगर पंचायत के द्वारा शेड का निर्माण नहीं करा रहा है। बाजार में रोजाना दो हजार से अधिक लोग बस और आटो से आते है। अस्थायी बस पड़ाव होने से बस के पड़ाव को कोई तय स्थान नहीं है। मझौली चौक और गुठनी मोड़ पर सबसे ज्यादा लोग बस में चढ़ते और उतरते है।
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