क्या थी मंशा? सेमी ऑटोमेटिक, दो रेगुलर राइफल और 100 से ज्यादा कारतूस, पटना का कुख्यात बालू माफिया श्रवण चौधरी अरेस्ट
हथियार के साथ पकड़े गये तस्कर के पास से जब्त मोबाइल को पुलिस टीम खंगाल रही है। आरोपित ने किन लोगों से बातचीत की थी और किनसे वह अक्सर संपर्क में रहता था, इन सभी पहलुओं पर जांच की जा रही है।
पटना जिले के कुख्यात बालू माफिया श्रवण चौधरी उर्फ गोरख चौधरी को एसटीएफ ने बिहटा पुलिस की मदद से मंगलवार की रात बिहटा के अमनाबाद रोड से गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से एक सेमी ऑटोमेटिक, 315 बोर की दो रेगुलर राइफल, 102 कारतूस (12 बोर और 315), एक विन्डोलिया और एक बोलेरो गाड़ी बरामद की गई है। श्रवण चौधरी मूल रूप से भोजपुर जिले के नगर थाने के रउआ मोहल्ला का रहने वाला है। इसका जिले के कई बालू घाटों पर वर्चस्व चलता था और कई बालू ठेकेदारों के बीच उसका खौफ था। यह अपराधी अपने साथियों के साथ मिलकर सोन नदी इलाके में अवैध बालू खनन करने के लिए वर्चस्व स्थापित करना चाहता था। इसी इरादे से हथियार की डील करने के लिए बिहटा के अमनाबाद इलाके में आया हुआ था।
कटेसर ले जाता जा रहा था हथियार
नगर पुलिस अधीक्षक (पश्चिमी) शरथ आरएस ने बताया कि सूचना मिली थी कि एक बोलेरो से अवैध हथियार और गोलियों की बड़ी खेप आ रही है। इस पर बिहटा थानेदार राजकुमार पांडेय ने मोदही गांव के पास वाहनों चेकिंग शुरू कर दी। उसी दौरान अमनाबाद रोड पर एक बोलेरो दिखाई दी। जांच में पीछे वाली सीट के पास मैट के नीचे छिपाकर रखी तीन राइफल तथा 12 बोर और 315 बोर की 102 गोलियां जब्त की गईं। बोलेरो और एक मोबाइल बरामद किया गया है। असलहे को बोलेरो में छिपाकर भोजपुर जिले के कटेसर से लाया जा रहा था। पुलिस यह पता लगा रही है कि वह किसे हथियार की सप्लाई करने जा रहा था।
मोबाइल को खंगाल रही पुलिस
हथियार के साथ पकड़े गये तस्कर के पास से जब्त मोबाइल को पुलिस टीम खंगाल रही है। आरोपित ने किन लोगों से बातचीत की थी और किनसे वह अक्सर संपर्क में रहता था, इन सभी पहलुओं पर जांच की जा रही है। डीआईजी सह एसएसपी, राजीव मिश्रा ने बताया कि प्रथमदृष्टया यह बात सामने आई है कि हथियार की खेप बालू माफिया के किसी गिरोह को सप्लाई करनी थी। पुलिस हथियार के साथ पकड़े गये तस्कर से पूछताछ कर रही है।