तेज प्रताप के महुआ से लड़ने के ऐलान पर आरजेडी में खलबली, लालू यादव खुद डैमेज कंट्रोल करने पहुंचे
तेज प्रताप यादव ने हाल ही में वैशाली जिले की महुआ विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया। इससे आरजेडी में भ्रम की स्थिति पैदा हो गई है। अब लालू यादव खुद डैमेज कंट्रोल करने गुरुवार को महुआ पहुंच गए। उनके साथ महुआ के आरजेडी विधायक मुकेश रौशन भी मौजूद रहे।
बिहार के पूर्व मंत्री एवं राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बेटे तेज प्रताप के वैशाली जिले की महुआ विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने का ऐलान करने से पार्टी में खलबली मची हुई है। अब आरजेडी अध्यक्ष खुद अपने बेटे के दावे पर डैमेज कंट्रोल करने में जुट गए हैं। लालू गुरुवार को पटना से अपनी रथनुमा गाड़ी में सवार होकर गुरुवार को महुआ पहुंचे। यहां उन्होंने एक निजी अस्पताल के उद्घाटन कार्यक्रम में हिस्सा लिया। खास बात यह है कि उनके साथ महुआ से आरजेडी के विधायक मुकेश रौशन भी मौजूद रहे।
आरजेडी सूत्रों के अनुसार तेज प्रताप यादव ने महुआ से 2025 में विधानसभा का चुनाव लड़ने का ऐलान किया, जिस कारण वहां भ्रम की स्थिति पैदा हो गई है। इसे दूर करने के लिए खुद लालू यादव ने कमान संभाली है। लालू ने डैमेज कंट्रोल के लिए ही महुआ का कार्यक्रम बनाया और विधायक मुकेश रौशन को अपने साथ ले गए। रौशन निजी अस्पताल के उद्घाटन के कार्यक्रम में भी लालू के साथ रहे।
दरअसल, लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने बीते रविवार को हाजीपुर में एक कार्यक्रम के दौरान मीडिया से कहा था कि वह आगामी विधानसभा चुनाव महुआ सीट से लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि हमने महुआ में अस्पताल और सड़कें बनवाईं, विकास कराया। अगर हम यहां से नहीं लड़ेंगे तो कौन लड़ेगा। दरअसल, 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में तेज प्रताप यादव ने महुआ से आरजेडी के टिकट पर चुनाव लड़ा था और जीत हासिल की थी। 2020 में उन्होंने यह सीट मुकेश रौशन के लिए छोड़ दी और खुद हसनपुर से चुनाव लड़कर विधायक बने। अब तेज प्रताप ने फिर से महुआ से लड़ने की इच्छा जता दी है।
तेज प्रताप के इस ऐलान के बाद महुआ से आरजेडी के मौजूदा विधायक मुकेश रौशन को अपनी सीट गंवाने का डर सताने लगा। अगले दिन वे मीडिया के सामने आ गए और भावुक होकर रोने भी लगे। उन्होंने यह तक कह दिया कि वह डॉक्टर हैं, खेत थोड़े ही जोतेंगे, अपना क्लिनिक चलाएंगे और जनता की सेवा करेंगे।