2025 में पूर्णिया एयरपोर्ट से उड़ेंगे विमान, टेंडर निकला, 4 महीने में बनेगा टर्मिनल भवन
पूर्णिया एयरपोर्ट के अंतरिम टर्मिनल भवन का टेंडर जारी हो गया है। टेंडर की प्रक्रिया पूरी होने के बाद चार महीने के भीतर टर्मिनल तैयार कर दिया जाएगा। साल 2025 में पूर्णिया हवाई अड्डा से विमान सेवा शुरू होने की संभावना है।
बिहार के सीमांचल क्षेत्र के पूर्णिया एयरपोर्ट पर नए साल से उड़ान सेवा शुरू हो जाएगी। हवाई अड्डे पर अंतरिम टर्मिनल भवन के निर्माण के लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एएआई) ने टेंडर जारी कर दिया है। 45.45 करोड़ से अंतरिम टर्मिनल भवन 4 महीने में बनकर तैयार हो जाएगा। इस एयरपोर्ट के बनने से सीमांचल ही नहीं बल्कि कोसी और पश्चिम बंगाल, झारखंड एवं नेपाल तक के लोगों को हवाई सेवा का लाभ मिल सकेगा। टर्मिनल भवन तैयार होने के बाद पूर्णिया से फ्लाइट सेवा शुरू होने की संभावना है।
पूर्णिया एयरपोर्ट पर अंतरिम टर्मिनल भवन के निर्माण के लिए मंगलवार को टेंडर का प्रकाशन किया गया। 9 दिसंबर तक बोली प्रस्तुत करने की तिथि निर्धारित की गई है। दिसंबर 2024 तक टेंडर से संबंधित सभी प्रक्रिया पूर्ण कर ली जाएगी। पूर्णिया एयरपोर्ट के निर्माण के लिए एएआई ने अक्टूबर महीने में ही गोआसी मौजा में 52.18 एकड़ अधिगृहित भूमि का हैंडओवर ले लिया था। इसके तहत पूर्णिया एयरपोर्ट पर सिविल एंक्लेव के बाउंड्रीवाल कंस्ट्रक्शन के लिए एयरपोर्ट्स ऑथोरिटी ऑफ इंडिया और बिहार सरकार के बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन डिपार्टमेंट के बीच मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टेंडिंग साइनिंग की प्रक्रिया भी पूरी हो गई है।
एएआई के वास्तुविद ने तैयार की डिजाइन :
एएआई के वास्तुविद द्वारा पूर्णिया एयरपोर्ट की डिजाइन तैयार की गई है। इसमें अत्याधुनिक एयरपोर्ट बनाने की सभी आवश्यकताओं को समाहित किया गया है। डिजाइन को अगले 30 से 40 वर्षों के फुटफॉल को ध्यान में रख कर तैयार किया गया है। पूर्णिया एयरपोर्ट को स्टेट ऑफ द आर्ट एयरपोर्ट बनाया जाना है।
नीतीश की बैठक के बाद काम में आई तेजी
पूर्णिया एयरपोर्ट की मांग को देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस साल 24 अगस्त को संबंधित पदाधिकारियों के साथ बैठक की थी। बैठक में सीएम ने एयरपोर्ट के निर्माण में आ रही बाधाओं को दूर करने हेतु सभी पक्षों तथा संबंधित पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए थे। अगस्त महीने में ही एयरपोर्ट अथॉरिटी ने स्थलीय सर्वे का काम शुरू कर दिया था। सर्वे के दौरान प्रस्तावित हवाई अड्डे पर डीजीपीस मशीन के द्वारा लगभग 3000 डेटा पॉइंट्स लिए गए। सर्वे में एएआई टीम के द्वारा टोपोग्राफी के साथ कंटूर मैपिंग का कार्य किया गया जिससे पूरे भूमि का अक्षांश, देशांतर तथा भूमि का एलिवेशन आदि का सर्वे भी किया जा चुका है।
सीमांचल और कोसी के लोगों को मिलेगा लाभ
पूर्णिया एयरपोर्ट पीएम पैकेज बिहार 2015 का हिस्सा है। पूर्णिया एयरपोर्ट के लिए पांच जून 2023 को बिहार सरकार एवं एएआई की बीच एमओयू हस्ताक्षरित हुआ था। पोर्टा केबिन सिविल एन्क्लेव से छह महीनों के अंदर पूर्णिया एयरपोर्ट की शुरुआत की मांग यहां लंबे अरसे से हो रही है। एयरपोर्ट फॉर पूर्णिया मंच के द्वारा इस दिशा में वर्षों से प्रयास किया जा रहा है। सामाजिक कार्यकर्ता विजय श्रीवास्तव लगातार राज्य से लेकर केंद्र सरकार का ध्यान आकर्षित करते रहे हैं। पूर्णिया एयरपोर्ट बन जाने से बिहार, पश्चिम बंगाल, झारखंड सहित मित्र राष्ट्र नेपाल की करोड़ों आबादी को पूर्णिया एयरपोर्ट का लाभ मिलेगा। सीमांचल और कोसी के लोगों को सबसे अधिक लाभ होगा।