नीतीश की शराब नीति पर पप्पू यादव ने उठाया सवाल, बोले- कभी सत्ता में आया तो सबसे पहले...
पप्पू यादव ने कहा कि शराबंदी में और कड़े कानून बनाने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि अगर कभी वह सत्ता में आए तो सबसे पहले ऐसा कानून बनाएंगे कि जहरीली शराब बनाने और बेचने वाले को आजीवन कारावास की सज़ा होगी और उस इलाकें में जो भी पदाधिकारी होंगे उनको बर्खास्त किया जाएगा।
बिहार में जहरीली शराब पीने से छपरा,सीवान और गोपालगंज में कम से कम 44 लोगों की मौत हो चुकी है। इसे लेकर राजनीति भी तेज होती जा रही है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के बाद पूर्णिया के सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने नीतीश कुमार की शराबबंदी नीति पर सवाल उठाया है। पप्पू यादव ने कहा है कि सूबे में शराबबंदी फेल है। उन्होंने जहरीली शराब पीने से इतने लोगों की मौत पर दुख जताया और कहा कि शराब बनाने और बेचने वालों को आजीवन कारावास की सजा मिलना चाहिए।
मीडिया से बात करते हुए पप्पू यादव ने कहा कि शराबंदी में और कड़े कानून बनाने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि अगर कभी वह सत्ता में आए तो सबसे पहले ऐसा कानून बनाएंगे कि जहरीली शराब बनाने और बेचने वाले को आजीवन कारावास की सज़ा होगी और उस इलाकें में जो भी पदाधिकारी होंगे उनको बर्खास्त किया जाएगा। पप्पू यादव ने यह भी कहा कि यह मामला सिर्फ शराब खोलने या बंद करने का नहीं है बल्कि यह जहरीली शराब का मामला है। इससे पीड़ित गरीब लोग ही होते हैं और बनाने वाला हमेशा पैसे वाले लोग होते हैं। कई बार इसमें नेता या बड़ी रसूख बाले लोग पर्दे से पीछे से काम करते हैं। इस मामले में कानून इतना सख्त होना चाहिए की जमानत नहीं मिले और जो कारोबार करते हों उन्हें तीन महीने के अंदर स्पीडी ट्रायल चलाकर सजा मिलनी चाहिए।
जहरीली शराब से मौत का आंकड़ा अब 44 पर पहुंच गया है। सीवान के भगवानपुर हाट प्रखंड की माघर और कौड़ियां पंचायत के चार लोगों की मौत गुरुवार देर रात से शुक्रवार की सुबह तक हो गई। अब यहां मृतकों की संख्या 28 हो गई है। वहीं, सारण में शुक्रवार को एक व्यक्ति की मौत हुई, जबकि एक का गंभीर स्थिति में पटना के निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। इसके साथ ही सारण में मरने वालों की संख्या 15 पहुंच गई। गोपालगंज में भी एक व्यक्ति की मौत गुरुवार को हुई थी। इन जिलों में शराब पीकर दर्जनों लोग अभी बीमार हैं। कहा जा रहा है कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है।