बहन की शादी में छपवाया ऐसा कार्ड जो नजीर बन गया, बिहार के रंजन की यह खास प्रेम कहानी
गया जिले में इस वक्त एक शादी का कार्ड अपने अनूठे संदेश के लिए चर्चा में बना है। विवाह कार्ड के माध्यम से पक्षियों को दाना-पानी देने की गुजारिश की जा रही है।

शादी का कार्ड लोग अक्सर पढ़ते हैं और तारीख देखकर छोड़ देते हैं। कभी कभी यही कार्ड नजीर बन जाता है। बिहार के गया का एक शादी कार्ड सुर्खियों में है क्योंकि यह कार्ड सिर्फ न्योता नहीं बल्कि बड़ा मैसेज भी दे रहा है। गया निवासी रंजन कुमार की बहन की शादी इस कार्ड की वजह से बेहद खास हो गई है। रंजन को यह प्रेरणा सोशल मीडिया से मिली।
इन दिनों शादी-विवाह का सीजन चल रहा है। एक से बढ़कर एक शादी कार्ड के माध्यम से न्योता दिया जा रहा है। कभी शादी कार्ड पर शराब बंदी का संदेश तो कभी दहेज प्रथा के खिलाफ जागरूकता तो कभी पेड़ लगाओ पर्यावरण बचाओ का संदेश दिया गया है। चर्चा में रहने के लिए लोग महंगे से महंगे आकर्षक कार्ड बांट रहे हैं। लेकिन, गया जिले में इस वक्त एक शादी का कार्ड अपने अनूठे संदेश के लिए चर्चा में बना है। विवाह कार्ड के माध्यम से पक्षियों को दाना-पानी देने की गुजारिश की जा रही है। विवाह में शामिल होने के साथ ही अपने घर या ऑफिस की छत पर पक्षियों के लिए दाना-पानी रखने का संदेश देकर जागरूक किया गया है।
रंजन ने अपनी बहन की शादी पर दिया संदेश
जिले में पक्षियों की सेवा करने के लिए चर्चित शहर के बागेश्वरी संजय नगर के रंजन कुमार ने अपनी बहन सिम्पी कुमारी की शादी का कार्ड छपवाया है। कार्ड के पहले पन्ने पर बायीं ओर सामान्य परिचय तो दायीं ओर पक्षियों की सेवा का निवेदन संदेश लिखा है। संदेश देने वाले पक्षी प्रेमी रंजन कुमार ने छपवाया है ’ आप से निवेदन है कि इस तपती गर्मी के दिनों में आप अपने घर एवं ऑफिस की छत पर पक्षियों के लिए दाना-पानी की व्यवस्था जरूर करें’। कार्ड के अंदर के पन्ने पर नार्मल वैवाहिक कार्यक्रम और अन्य जानकारी।
फेसबुक से मिली प्रेरणा
कोंच थाना क्षेत्र के बाली गांव के मूल निवासी रंजन कुमार ने बताया कि फेसबुक पर अक्सर तरह-तरह के शादी के कार्ड पर तरह-तरह के संदेश पढ़ता था। यहीं से प्रेरणा मिली।
जब बहन सिम्पी की शादी का कार्ड छपवाने गए तो अचानक संदेश वाली बात दिमाग में आया। कार्ड पर पक्षियों के लिए दाना-पानी देने का संदेश छपवाकर लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया हूं। अब यह कार्ड इलाके में चर्चा का विषय बन गया है।
पिछले नौ सालों से पक्षियों की कर रहे सेवा
बागेश्वरी संजय नगर निवासी रंजन कुमार ने बताया कि 2017 से दाना-पानी लगाओ, पक्षियों को बचाओ चला रहे हैं। रामशिला पहाड़ी से लेकर बागेश्वरी इलाके के पेड़ों पर व पिचड़े रखे हैं। सौ से अधिक हो गए हैं। जिनमें 70 फीसदी काम कर रहे हैं। बताया कि पिचड़े व सीकोरे में पानी व दाना डालते हैं। इसी खुले पिचड़े और छतों पर भी। बताया कि बर्तन, दाना-पानी की व्यवस्था उनकी टोली खुद करती है। पीडीएस डीलर से जो चावल मिलता है उसे पक्षियों को खिला देते हैं। दोस्तों के अलावा आसपास के लोग भी मदद कर रहे हैं। इस साल भी जब तक गर्मी रहेगी अभियान चलता रहेगा।