तेजस्वी को प्रशांत किशोर का चैलेंज, हिम्मत है तो खुद रामगढ़ लड़ें, चौथे पर आएंगे जगदानंद के बेटे अजीत
प्रशांत किशोर ने पूर्व उप-मुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव को 13 नवंबर को होने वाले उप-चुनाव में रामगढ़ से चुनाव लड़ने की चुनौती दी है। उन्होंने कहा अगर वह रामगढ़ से चुनाव लड़ते हैं तो प्रशांत किशोर स्वयं उनके सामने रामगढ़ से लड़ेंगे।
बिहार में विधानसभा उपचुनाव की रणभेड़ी बज गई है। सभी गठबंधन और प्रशांत किशोर की पार्टी जन सुराज ने चुनाव के मैदान में ताल ठोक दिया है। इस बीच कैमूर की रामगढ़ सीट पर चुनाव और भी हॉट हो गया है क्योंकि प्रशांत किशोर को इस सीट पर अपना उम्मीदवार बदलना पड़ रहा है। गर्म सियासी माहौल के बीच प्रशांत किशोर ने नेता प्रतिपक्ष सह आरजेडी नेता तेजस्वी यादव को बड़ा चैलेंज दिया है। उन्होंने तेजस्वी यादव को रामगढ़ से चुनाव लड़ने की चुनौती दी है। यह भी दावा किया है कि राजद के उम्मीदवार और राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बेटे अजीत सिंह चौथे स्थान पर रहेंगे।
कैमूर में प्रशांत किशोर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यह बात कही। प्रशांत किशोर ने पूर्व उप-मुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव को 13 नवंबर को होने वाले उप-चुनाव में रामगढ़ से चुनाव लड़ने की चुनौती दी है। उन्होंने कहा अगर वह रामगढ़ से चुनाव लड़ते हैं तो प्रशांत किशोर स्वयं उनके सामने रामगढ़ से चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने यह भी दावा किया है कि इस बार उप-चुनाव में जगदानंद सिंह के बेटे अजीत कुमार सिंह जो RJD के रामगढ़ से उम्मीदवार हैं, उनका जीतना तो बहुत दूर की बात, उन्हें इस चुनाव में दूसरा स्थान भी हासिल नहीं होगा। रामगढ़ जहां से जगदानंद सिंह का परिवार ही आरजेडी से चुनाव लड़ता है, उसी रामगढ़ से इस बार आरजेडी के नेता तीसरे या चौथे स्थान पर रहेंगे। इस बार रामगढ़ की जनता को तय करना है कि नेता का बेटा राजा बनेगा या रामगढ़ का गरीब का बेटा राजा बनेगा।
प्रशांत किशोर ने तरारी से से जन सुराज का कैंडिडेट बदलने पर भी सफाई दी। कहा कि बिहार में उनका वोटर लिस्ट में नाम नहीं होने के कारण यह निर्णय लेना पड़ा। प्रशांत किशोर ने कहा कि यह कितनी प्रो इन्कम्बेन्सी की बात है कि तरारी का जो लड़का(लेफ्टिनेंट जनरल एस के सिंह) देश की आर्मी में वाइस-चीफ बना, जिसने सेना को सियाचिन और ऑपरेशन पराक्रम में सेना का नेत्रत्व किया, उसका तरारी में खुद की जमीन और खुद का निवास-स्थान होने के बावजूद, एक नियम बना कर कहा जा रहा है कि वह चुनाव लड़ने के योग्य नहीं हैं क्योंकि उसका नाम वोटर लिस्ट में नहीं है। 2020 तक जनरल साहब का नाम बिहार के वोटर लिस्ट में था, पर पत्नी के देहांत के बाद उनका नाम नोएडा के वोटर लिस्ट में शिफ्ट हो गया, क्योंकि वो वहाँ रहते थे। इसी को आधार बनाकर जिला प्रशासन और चुनाव आयोग के लोग उनको लड़ने से रोकना चाहते हैं।
प्रशांत किशोर ने रामगढ़ विधानसभा से जन सुराज के 5 संभावित उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर दी है। उन्होंने कहा कि विनायक प्रसाद, जायसवाल, शमीम अहमद, आनंद सिंह, सुशील कुशवाहा और रामनारायण राम जन सुराज के पांच संभावित उम्मीदवार हैं। इन्हीं पांचों में से कोई एक जन सुराज की ओर से चुनाव लड़ेगा। फिलहाल जन सुराज के पदाधिकारियों और संस्थापक सदस्यों के साथ इस बात पर चर्चा चल रही है कि रामगढ़ से जन सुराज का उम्मीदवार किसे बनाया जाए। उन्होंने जानकारी दी कि 22 अक्टूबर को रामगढ़ से जन सुराज के उम्मीदवार के नाम की घोषणा की जाएगी।