प्रशांत किशोर ने अनशन तोड़ा, 15वें दिन गंगा नहाकर और केला खाकर जन सुराज आश्रम पहुंचे पीके
बीपीएससी अभ्यर्थियों की मांग को लेकर बीती 2 जनवरी से अनशन पर चल रहे प्रशांत किशोर ने आज अनशन तोड़ दिया। इससे पहले गंगा नदी में स्नान किया, पूजा-हवन किया। बापू की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। और फिर जूस पीकर और केला खाकर अपना अनशन तोड़ा है।
बीपीएससी की 70वीं पीटी परीक्षा दोबारा कराने की छात्रों की मांग के समर्थन में आमरण अनशन कर रहे जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने आखिरकार 15वें दिन केला खाकर अपने अनशन तोड़ दिया है। पटना में मरीन ड्राइव के पास जन सुराज आश्रम में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने 14 दिन लंबा अनशन खत्म किया। इससे पहले उन्होने महात्मा गांधी की मूर्ति पर माल्यार्पण किया। हवन-पूजन किया,और फिर पवित्र गंगा में डुबकी लगाई। फिर केला और जूस पीकर अपना अनशन समाप्त किया। इस मौके पर जन सुराज के समर्थक भी मौजूद रहे।
आपको बता दें इससे पहले लगातार अनशन पर रहने के चलते प्रशांत किशोर की तबीयत बिगड़ गई थी। जिसके बाद उन्हें 6 जनवरी की रात को पटना के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों ने पीके के पेट में इंफेक्शन बताया था। जिसके बाद तबीयत बिगड़ने पर आईसीयू में भर्ती कराया गया था। उनसे डॉक्टरों ने भी अनशन तोड़ने की अपील की थी। हालांकि वो अपनी जिद पर डटे रहे, और अनशन नहीं तोड़ा। हालांकि दो दिन दिन तबीयत में सुधार होने पर उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी। लेकिन आज 15वें दिन प्रशांत किशोर ने जन सुराज आश्रम में उन्होने अनशन तोड़ दिया। हालांकि उनका सत्याग्रह जारी रहेगा।
वहीं आज बीपीएसपी रीएग्जाम की मांग को लेकर पटना हाईकोर्ट में दायर याचिका पर सुनवाई हुई। जिसका फैसला भी आज आना है। सुनवाई के दौरान कोर्ट में सरकारी और जन सुराज के वकीलों क बीच तीखी नोंकझोंक हुई है। करीब 1 घंटे 20 मिनट तक सुनवाई चली।