पोस्टर वॉर में उतरा प्रशांत किशोर का जन सुराज, निशाने पर लालू परिवार; क्या है पीके का मैसेज?
पटना में जन सुराज की ओर से बड़े बड़े पोस्टर लगाए गए हैं जिनमें लालू यादव और उनके परिवार पर निशाना साधा गया है। कहा गया है कि राजद में यादव समाज नहीं बल्कि लालू परिवार के लिए काम होता होता है। प्रशांत किशोर ने बिहार की सभी 343 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है।
राजनीति में पोस्टर वार सियासी जंग की पुरानी और जानी मानी रणनीति है। बिहार में इसका उपयोग प्रमुखता से किया जाता है। खासकर बीजेपी, जेडीयू, राजद और कांग्रेस जैसी पार्टियां राजधानी पना में पोस्टर लगाकर अपने विरोधियों को मानसिक तनाव देने और अपने प्रचार में लगे रहते हैं। इस पोस्टर वॉर में अब चुनावी रणनीतिकार और बिहार की राजनीति को बदलने का दावा कर रहे प्रशांत किशोर का जन सुराज भी कूद पड़ा है। पटना में जन सुराज की ओर से बड़े बड़े पोस्टर लगाए गए हैं जिनमें लालू यादव और उनके परिवार पर निशाना साधा गया है। प्रशांत किशोर ने बिहार की सभी 343 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है।
जन सुराज से जुड़ीं नेता अपर्णा यादव की ओर से पोस्टर लगवाए गए हैं जिनमें लालू परिवार के तेजस्वी यादव, तेज प्रताप यादव, राबड़ी देवी, मीसा भारती, रोहिणी आचार्या की तस्वीर लगी है। इसके साथ पोस्टर में शरद यादव, रंजन यादव, रामकृपाल यादव राजबल्लभ यादव जैसे कई यादव नेताओं की भी तस्वीरें लगाई गई हैं। कहा गया है कि लालू यादव ने सिर्फ अपना परिवार को देखा और यादव समाज के अन्य नेताओं का राजनैतिक संहार कर दिया। पोस्टर से यह साफ हो गया है कि आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर प्रशांत किशोर ने लालू यादव और उनके परिवार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पहले से भी पीके तेजस्वी यादव पर हमला करते आ रहे हैं।
पोस्टर से यह दिखाने की कोशिश की गई है कि यादवों की पार्टी कही जाने वाले राष्ट्रीय जनता दल ने कभी भी इस समाज की भलाई के लिए काम नहीं किया। इस पार्टी के सुप्रीमो ने राजद को मुख्य रूप से अपने परिवार के सदस्यों के इर्द गिर्द रखा। सभी प्रकार के अवसरों का अपने परिवार के सदस्यों का उपयोग किया। इसके लिए बड़े बड़े यादव नेताओं की कुर्बानी दे दी गई। प्रशांत किशोर पहले से ही यह कहते रहे हैं कि लालू यादव हर हाल में अपन बेटे तेजस्वी यादव को बिहार के मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठाना चाहते हैं जबकि उनकी पार्टी में कई ऐसे बड़े नेता हैं जो ज्यादा काबिल हैं। बताया गया है कि राजद मे यादव नेताओं को सम्मान नहीं है।
पटना की सड़कों पर बड़े बड़े पोस्टर लगाए गए हैं जिनमें अपर्णा यादव के माध्यम से यह भी दिखाने की कोशिश की गई है कि जन सुराज में यादवों को तरजीह दी जा रही है। इस समाज के नेता और कार्यकर्ता राजद छोड़कर जन सुराज में शामिल हो रहे हैं। पिछले दिनों बड़ी संख्या में राजद के कार्यकर्ता पीके साथ चले गए जिसके बाद पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने बजाब्ता पत्र निकालकर अपनी पार्टी के लोगों को सावधान किया था।
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