गाड़ी चलाई नहीं पर कट गया चालान, बिहार में हजारों लोग परेशान
गलत चालान में हर तरह की गाड़ी शामिल है। इसमें दोपहिये के साथ चार पहिये गाड़ी के नंबर को भी फर्जी रूप से इस्तेमाल किया जा रहा है। इन लोगों के ऊपर परिवहन विभाग या डीटीओ द्वारा कोई कार्रवाई नहीं जाती है। बस गलत चालान वाले नंबर में सुधार कर दिया जाता है।
गलत चालान कटने से हजारों लोग परेशान हैं। उन्होंने गाड़ी चलाई नहीं और चालान कटने का मैसेज आ गया। अब ये लोग डीटीओ कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं। पटना प्रमंडल में जनवरी से 17 दिसंबर तक 20 हजार लोगों का गलत चालान कट गया है। इसमें अब तक 50 फीसदी यानी दस हजार लोगों का ही गलत चालान रद्द हुआ है। शेष लोग अपना आवेदन लेकर डीटीओ कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं। डीटीओ कार्यालय में जब देखा जा रहा है तो कई लोग ऐसे भी है जिनके गलत चालान की सूचना संबंधित ट्रैफिक पुलिस ने नहीं दी है।
अब ऐसे लोग फिर ट्रैफिक पुलिस से संपर्क कर रहे हैं। ट्रैफिक पुलिस द्वारा हर दिन गलत चालान की जानकारी संबंधित डीटीओ कार्यालय को देनी है। लेकिन समय से जानकारी नहीं आती है। अब पीड़ित व्यक्ति ट्रैफिक पुलिस और डीटीओ कार्यालय में चक्कर लगाने को विवश हैं। गलत चालान में सुधार करने के लिए कई महीने लग जा रहे हैं। डीटीओ कार्यालय द्वारा उसे परिवहन मुख्यालय भेजा जाता है। मुख्यालय से सुधार होने के बाद ही राहत मिलती है।
पढ़ें: बिहार में पुलिस वालों ने बिना वजह जब्त कर ली SUV, HC ने लगाया 9 लाख का जुर्माना
दो पहिये के साथ चार पहिया भी है शामिल
गलत चालान में हर तरह की गाड़ी शामिल है। इसमें दोपहिये के साथ चार पहिये गाड़ी के नंबर को भी फर्जी रूप से इस्तेमाल किया जा रहा है। इन लोगों के ऊपर परिवहन विभाग या डीटीओ द्वारा कोई कार्रवाई नहीं जाती है। बस गलत चालान वाले नंबर में सुधार कर दिया जाता है।