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Hindi Newsबिहार न्यूज़पटनाJDU Sets Ambitious Target of 225 Seats for Mission 2025 Under Nitish Kumar s Leadership

जदयू के मिशन 2025 में लक्ष्य 225

जदयू ने मिशन 2025 के तहत 225 सीटों का लक्ष्य रखा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में पार्टी ने संगठन को मजबूत करने का संकल्प लिया। उन्होंने जातीय गणना और सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ संघर्ष का...

Newswrap हिन्दुस्तान, पटनाMon, 16 Sep 2024 02:14 PM
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जदयू ने मिशन 2025 के लिए 225 सीटों का लक्ष्य रखा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में 2025 के विधानसभा चुनाव में यह लक्ष्य एनडीए हासिल करेगा। जदयू प्रदेश प्रदेश पदाधिकारियों, प्रवक्ताओं, प्रमंडल प्रभारियों, जिला अध्यक्षों, प्रकोष्ठ प्रभारियों-अध्यक्षों और विधानसभा प्रभारियों की सोमवार को आहूत ‘सांगठनिक बैठक सह प्रशिक्षण शिविर में पार्टी के तमाम नेताओं ने यह बात कही। साथ ही बूथ स्तर तक संगठन को मजबूत बनाने और 2005 और 2010 की तरह पार्टी की ताकत प्राप्त करने का संकल्प सभी ने लिया। इस मौके पर पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय कुमार झा ने कहा कि जब भी जदयू की राजनीतिक समाप्ति की आधारहीन कहानी गढ़ी गई है तब-तब हमारे नेता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नए राजनीतिक अवतार में उभरकर सामने आये हैं। पिछले 20 वर्षों का राजनीतिक इतिहास इस बात को सबित करता है। आज पूरे देश में जातीय गणना की बात हो रही है, लेकिन इसकी शुरुआत नीतीश कुमार ने की। बिहार की सरकार ने जातीय गणना कराकर ससमय उसके आंकड़े जारी किए और उसके अनुरूप कई योजनाओं का निर्माण भी किया। नीतीश कुमार देश के अंतिम समाजवादी नेता हैं। पूरा बिहार हमारा परिवार यह सिर्फ चुनावी नारा नहीं, बल्कि हमारे नेता की सोच है।

चुनौतियों के अनुरूप खुद को तैयार करें : उमेश

प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि पार्टी के साथियों को वर्तमान चुनौतियों के अनुरूप खुद को तैयार करना होगा। सभी साथियों को अपने-अपने प्रभार वाले क्षेत्र में अधिक से अधिक समय व्यतीत करना होगा। लोकसभा चुनाव के बाद जो विधानसभावार आंकड़े सामने आए उसके अनुसार बिहार की 243 विधानसभा सीटों में से जदयू ने 74, भाजपा ने 68, एलजेपी (रा) ने 29 और हम ने छह सीटों पर बढ़त हासिल की। इन सीटों का कुल योग 177 है, जबकि इंडिया गठबंधन को मात्र 66 सीटों पर बढ़त मिली। इस आंकड़े से स्पष्ट है कि बिहार की जनता चाहती क्या है।

सीएम कर्पूरी ठाकुर के सपनों को पूरा कर रहे : बशिष्ठ

पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि जदयू ने सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ लंबा संघर्ष किया है। नीतीश कुमार ने बिहार में जातीय गणना कराकर कर्पूरी ठाकुर के सपनों को पूरा करने की दिशा में मजबूत कदम बढ़ाया है। 2005 में बिहार की सत्ता संभालने के बाद मुख्यमंत्री एक शिल्पी की भांति बिहार की तस्वीर बदली है।

नीतीश कुमार से बेहतरीन मुख्यमंत्री नहीं मिला : बिजेंद्र

ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद याहव ने कहा कि बिहार को अब तक नीतीश कुमार से बेहतरीन मुख्यमंत्री नहीं मिला। कोई विरोधी भी यह नहीं कह सकता है कि नीतीश कुमार ने कभी कोई बेईमानी की है। उन्होंने कहा कि हमें गरीब, गुरबा और गांव की सेवा में जुटना है। अपने नेता की उपलब्धियों को जनता तक पहुंचाना है।

कई नेताओं ने समाजवादी इतिहास को कलंकित किया : विजय चौधरी

जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार की विचारधारा ही पार्टी की विचारधारा है। समाजवाद की बुनियाद बिहार में पड़ी और वहीं से जदयू की विचारधारा निकली है। बिहार के कई नेताओं ने समाजवादी होने के नाम पर समाजवादी इतिहास को कलंकित करने किया है और समाजवादी सिद्धांतों पर काला धब्बा लगाया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषणों में एक बार जिक्र किया था कि आजादी के बाद देश में तीन सच्चे समाजवादी नेता हुए। इनमें भारत रत्न कर्पूरी ठाकुर, डॉ. राममनोहर लोहिया और नीतीश कुमार शामिल हैं। इस मौके पर मंत्री श्रवण कुमार, अशोक चौधरी समेत नीरज कुमार, ललन कुमार सर्राफ, श्याम रजक, चंदन कुमार सिंह, डॉ. भारती मेहता, अंजुम आरा, अनुप्रिया ने अपनी बातें रखी।

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