ट्रेनों में जगह नहीं, प्लेन किराया आसमान पर; दुर्गा पूजा,छठ और दिवाली में बिहार आने वालों के छूटेंगे पसीने
बिहार में पर्व-त्योहारों के समय में हर दिन विमानों से लगभग 12 से 13 हजार यात्री आते हैं। वहीं ट्रेनों में त्योहारों के दौरान लाखों यात्रियों का आना-जाना होता है। बिहार आने वाली अधिकतर ट्रेनों में दिवाली से लेकर छठ तक नो रूम का बोर्ड लगा हुआ है।
दुर्गा पूजा, दीपवाली और छठ जैसे पर्व-त्योहारों में दूसरे राज्यों से बिहार आने की दुश्वारियां बढ़ गई हैं। ट्रेनों में जगह नहीं है और विमान किराये की महंगाई दो से तीन गुना तक बढ़ चुकी है। बिहार आने वाली अधिकतर ट्रेनों में नो रूम का बोर्ड टंग चुका है। विमानन कंपनियां मौके का फायदा उठाते हुए बिहार आने वाले यात्रियों की जेब पर चपत लगाने की तैयारी में हैं। पटना, दरभंगा और गया एयरपोर्ट पर छठ-दिवाली में आने वाले विमानों का किराया महंगा होने की वजह से एक छोटे परिवार को भी हवाई टिकट में एक लाख रुपये के आसपास खर्च करना पड़ रहा है।
बिहार में पर्व-त्योहारों के समय में हर दिन विमानों से लगभग 12 से 13 हजार यात्री आते हैं। वहीं ट्रेनों में त्योहारों के दौरान लाखों यात्रियों का आना-जाना होता है। बिहार आने वाली संपूर्ण क्रांति, तेजस राजधानी एक्सप्रेस, संघमित्रा, पुणे पटना, लोकमान्य तिलक टर्मिनल पटना एक्सप्रेस, विक्रमशिला, मगध, गरीब रथ और श्रमजीवी में दिवाली के एक हफ्ते पहले से ही टिकटों की मारामारी है। दिवाली से लेकर छठ तक अधिकतर ट्रेनों में नो रूम का बोर्ड लगा हुआ है।
विमानों का किराया आसमान पर
31 अक्टूबर को दिवाली है लेकिन मुंबई-पटना मार्ग पर किराया 24 अक्टूबर से ही बढ़ा हुआ है। 24 अक्टूबर को न्यूनतम किराया 11 हजार 589 रुपये है। इस दिन अधिकतम किराया 16010 रुपये हो गया है। सामान्य दिनों में इस मार्ग पर किराया छह से सात हजार के बीच रहता है। दिवाली के एक दिन पहले यानी 30 को अधिकतर विमान फुल हो गए हैं। इस दिन इंडिगो की मुंबई-पटना फ्लाइट का किराया 15 हजार 999 है। 31 अक्टूबर को किराया 17 हजार 259 रुपये पर पहुंच गया है। दिल्ली-पटना मार्ग पर भी किराया आसमान छू रहा है। दिवाली से एक दिन पहले स्पाइस जेट की उड़ान का अधिकतम किराया 28 हजार 461 रुपये पर पहुंच गया है। इस दिन सुबह की फ्लाइट का न्यूनतम किराया 9943 रुपये है। वहीं छठ के पहले तीन नवंबर को दिल्ली-पटना मार्ग पर अधिकतम किराया 17 हजार 53 रुपये है।
दरभंगा आना और भी महंगा
मुंबई-दरभंगा मार्ग पर 20 अक्टूबर को किराया 14 हजार 142 रुपये है। वहीं 27 अक्टूबर को इस मार्ग पर न्यूनतम किराया 18 हजार रुपये है। जैसे-जैसे दिवाली और छठ करीब आ रहा है किराया तीन से चार हजार रुपए प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। दिल्ली-दरभंगा मार्ग पर सामान्य दिनों से किराया दो से ढाई गुना अधिक हो गया है।