नीतीश सरकार ने 19 साल में 1874 पुल बनाए, राजद के शासन में कितने बने; JDU ने तेजस्वी यादव से पूछा
जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार, हिमराज राम और मनीष यादव ने कहा कि तेजस्वी यादव पुलों पर अनर्गल प्रलाप कर रूदाली बने हुए हैं। उन्हें किसी घटना की सच्चाई से कोई मतलब नहीं है। राजद और कांग्रेस के नेता बिहार की नकारात्मक छवि पेश करना चाहते हैं।
बिहार में अक्सर पुलों के गिरने या बहने को लेकर सियासी बयानबाजियां होती हैं। विपक्ष इस मुद्दे पर सरकार को जहां घेरता है तो सरकार अपने तरीके से इसपर जवाब देती है। अब जेडीयू ने बिहार में पुलों को बनवाने में नीतीश सरकार की उपलब्धियां गिवनाई हैं और विपक्ष से तीखे सवाल पूछे हैं। जदयू की तरफ से कहा गया है कि वर्ष 1975 से 2005 तक कुल 230 पुल बने थे। वहीं, नीतीश सरकार के 19 वर्षों में अकेले बिहार राज्य पुल निर्माण निगम ने 1874 पुल बनाए हैं। ग्रामीण कार्य विभाग के पुल अलग हैं। जदयू प्रवक्ताओं ने बुधवार को पार्टी कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में ये बातें कहीं। साथ ही नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से सवाल किया कि वह बताएं कि राजद के शासन में राज्य में कितने पुल बनाए गए थे?
पार्टी प्रवक्ता नीरज कुमार, हिमराज राम और मनीष यादव ने कहा कि तेजस्वी यादव पुलों पर अनर्गल प्रलाप कर रूदाली बने हुए हैं। उन्हें किसी घटना की सच्चाई से कोई मतलब नहीं है। राजद और कांग्रेस के नेता बिहार की नकारात्मक छवि पेश करना चाहते हैं। प्रवक्ताओं ने कहा कि बख्तियारपुर-ताजपुर गंगा महासेतु का ना तो स्पैन गिरा और ना ही पुल गिरा, फिर भी विपक्ष के नेताओं ने अनर्गल आरोप लगाना शुरू कर दिया है।
प्रवक्ताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ही देन है कि नेता प्रतिपक्ष सड़क मार्ग से 'कार्यकर्ता संवाद यात्रा' कर रहे हैं और उसी गाड़ी में खाना भी खा रहे हैं। नेता प्रतिपक्ष को नीतीश कुमार का धन्यवाद करना चाहिए कि इनके गृह जिला में उन्होंने 43 पुलों का निर्माण कराया।