पिता के साथ मिलकर भांजे ने मामा को मौत के घाट उतारा, बीच शहर गोलियों से भूना
पटना जिले के मोकामा के शहरी इलाके में शुक्रवार को एक भांजे ने अपने पिता के साथ मिलकर अपने मामा को गोलियों से भूनकर मार डाला। इस वारदात से इलाके में अफरातफरी मच गई।
बिहार के पटना जिले के मोकामा में एक दुकानदार की बीच शहर गोलियों से भूनकर हत्या कर दी। भांजे ने अपने पिता के साथ मिलकर अपने मामा को मौत के घाट उतार दिया। इस वारदात से मोकामा के शहरी इलाके में सनसनी मच गई। हत्या का कारण जमीन विवाद बताया जा रहा है। मृतक की पहचान 35 वर्षीय चंद्र मोहन राय के रूप में हुई है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है।
जानकारी के अनुसार चंद्र मोहन शुक्रवार को मोकामा बाजार से अपनी दुकान बंद कर लहरिया टोला स्थित किराये के मकान में जा रहा था। तभी एचडीएफसी बैंक के पास मेन रोड पर बुलेट सवार दो लोगों ने उस पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाई। तीन गोलियां लगने से वह बुरी तरह घायल हो गया। आनन-फानन में उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
चंद्र मोहन राय मूलरूप से बेगूसराय जिले के मंझौल थाना इलाके के हरकपुरा का रहने वाला था। बचपन से ही वह मोकामा में अपने बहनोई अजय सिंह के यहां रहता था। शादी होने के बाद लहरिया टोला में वह अपनी पत्नी के साथ किराये के मकान में रहने लगा।
चंद्र मोहन की मोकामा के सुंदर मार्केट में इलेक्ट्रिक और श्याम मार्केट में कपड़े की दुकान थी। दुकान बंद कर घर जाने के दौरान ही उसके कथित तौर परभांजे ने अपने पिता के साथ मिलकर गोली मारकर हत्या कर दी। घटना के बाद इलाके में अफरातफरी मच गई।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि मृतक पैदल जा रहा था। तभी पीछे से बुलेट बाइक पर आए दो लोगों ने फायरिंग कर दी। गोलियां बरसाने के बाद बाइक सवार भाग निकले। गोलियों की आवाज सुनकर वार्ड पार्षद हरे कृष्ण अपनी दुकान से बाहर आए। स्थानीय लोगों ने दुकानदार को अस्पताल पहुंचाया।
पूछताछ में पता चला है कि चंद्र मोहन राय बचपन से ही अपने बहनोई के अजय के यहां रह रहा था। उसके घर में ही रहकर अपनी पढ़ाई लिखाई की और यहीं खुद का व्यापार शुरू किया। 2020 में शादी होने के बाद वह अलग रहने लगा। मृतक अपने पीछे पत्नी और दो बेटियों को छोड़ गया है। एक बेटी डेढ़ साल की है, जबकि दूसरी महज 6 मार की है।
बताया जा रहा है कि सकरवार टोला की 15 धुर जमीन से जुड़े विवाद में यह हत्या की गई। चंद्र मोहन ने अपने बहनोई से कुछ पैसे लेकर उस जमीन को खरीदा था। आरोपी बहनोई अजय सिंह ब्याज पर पैसे देना का काम करता है। वह अपने साले से उधार दिए पैसे मांग रहा था। नहीं देने की स्थिति में वह उस जमीन को अपने नाम करवाने का दबाव चंद्र मोहन पर डाल रहा था। साले और बहनोई के बीच इस मुद्दे पर पहले भी झगड़ा हो चुका था। यह मामला थाने तक भी गया था।