बंगाल की खाड़ी में बने डिप्रेशन से नवादा जिले में बदल गया है मौसम
नवादा में बंगाल की खाड़ी में बने डिप्रेशन के कारण मौसम में बदलाव आया है। हल्की बारिश से किसान राहत महसूस कर रहे हैं, लेकिन शहर में जलजमाव से स्थिति नारकीय हो गई है। अस्पताल परिसर में पानी भरा है और...
नवादा, हिन्दुस्तान संवाददाता। बंगाल की खाड़ी में बने डिप्रेशन के असर से नवादा जिले मौसम का मिजाज बदल गया है। बादल छाए हुए दिख रहे हैं। इस क्रम में कहीं-कहीं हल्की बारिश भी हो जा रही है। बीते 24 घंटे में करीब तीन मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। बारिश के बाद बढ़ी नमी के बीच पुरवैया चलने से मौसम सुहाना लगने लगा है। अधितकम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। महज 24 घंटे में अधितकम तापमान तीन डिग्री कम होकर इस माह पहली बार सामान्य के आसपास आ गया। बुधवार को अधिकतम सामान्य के आसपास रहते हुए 34 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम दो डिग्री अधिक 27 डिग्री सेल्सियस रहा। नमी सुबह के वक्त बढ़कर 92 फीसदी तक रही। अगले दो-तीन दिनों तक ऐसा ही रहेगा मौसम अभी अगले दो-तीन दिनों तक ऐसा ही मौसम बने रहने की संभावना है, जैसा मंगलवार अथवा बुधवार को रहा। कृषि मौसम वैज्ञानिक रौशन कुमार ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में एक डिप्रेशन बना है। इसका प्रभाव नवादा सहित दक्षिण बिहार के कुछ अन्य इलाकों में भी है। इसको लेकर आगे भी मौसम इसी तरह रहने का अनुमान है। साथ ही बंगाल की खाड़ी में एक और सिस्टम बन रहा है। इसके प्रभाव से 13 व 14 सितम्बर को नवादा व इसके आसपास के कुछ क्षेत्रों में हल्की बारिश हो सकती है। दो दिन पहले तक जन-जीवन था हलकान मानसून की कमजोर स्थिति के कारण दो दिन पहले तक उमस वाली गर्मी से जनजीवन हलकान था। लगातार पारा नॉर्मल से अधिक रहने से उमस वाली गर्मी परेशान कर रही थी। हद तो यह था कि 04 से लेकर 08 सितम्बर विगत पांच सालों की तुलना में गर्मी अधिक ही रह रही थी। 09 सितम्बर से बादलों की आवाजाही दिखने लगी थी जबकि मंगलवार से मौसम का मिजाज बदलता चला गया। राहत यही है कि अभी दो-तीन दिनों तक सहूलियत भरे मौसम का साथ जिले के लोगों को मिलता रहेगा। ----------------------- किसानों को बारिश से मिली है राहत, शहर बना नारकीय नवादा। यह बारिश किसानों के लिए राहत बन कर आई है जबकि धान समेत अन्य खरीफ फसलों के लिए अमृत वर्षा ही साबित हो रही है लेकिन शहर की हालत नारकीय हो कर रह गई है। सदर अस्पताल परिसर की स्थिति इतनी बुरी हो कर रह गई है कि पानी के बीच ईंट बिछा कर आना-जाना संभव हो पा रहा है। पानी धीरे-धीरे घट तो रहा है लेकिन इसकी सड़ांध मरीजों को और भी बीमार कर रही है। नगर के विजय बाजार व स्टेशन रोड में नाली का गंदा पानी सड़कों पर बह रहा है। इस रास्ते से गुजरने वाले राहगीरों को पानी में घुसकर पार होना पड़ रहा है। दो पहिया, चार पहिया समेत अन्य वाहनों को भी आने-जाने में परेशानी उठानी पड़ रही है। नगर के पुरानी बाजार, सब्जी बाजार, पुरानी जेल रोड, थाना रोड आदि इलाके में जलजमाव व कीचड़मय स्थिति बनी हुई है। इस रास्ते से गुजरने वाले राहगीरों को पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। इसके अलावा वार्ड के मोहल्लों में भी जलजमाव दिख रहा है। वर्षा के जल में कूड़ा-कचरा के सड़ने से उठने वाला दुर्गंध मोहल्ले वासियों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। इस संबंध में नगर परिषद कार्यालय में अनेकों बार आवेदन देने के बाद भी अब तक कोई भी कार्रवाई नहीं किए जाने से लोगों में नाराजगी भी है। कई लोगों ने कहा कि पानी की सड़ांध से भारी संकट है। नगर परिषद का ध्यान इस ओर नहीं जाने से मोहल्ले में रहना संकटपूर्ण हो गया है।
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