विधानसभा में गूंजेगी गोबरसही-डुमरी रोड के लोगों की पीड़ा
मुजफ्फरपुर के गोबरसही-डुमरी रोड पर पिछले 10 साल से जलजमाव की समस्या है। विधानसभा की पर्यावरण संरक्षण समिति ने इस मुद्दे की गंभीरता को महसूस किया। स्थानीय लोगों ने अधिकारियों की लापरवाही के खिलाफ...

मुजफ्फरपुर, मुख्य संवाददाता। आपके अपने अखबार ‘हिन्दुस्तान में छपी गोबरसही-डुमरी रोड के लोगों की पीड़ा विधानसभा में गूंजेगी। मुजफ्फरपुर-हाजीपुर सड़क के बीच गोबरसही में मुख्य सड़क पर 10 साल से जलजमाव की समस्या को विधानसभा की पर्यावरण संरक्षण एवं प्रदूषण नियंत्रण समिति ने भी महसूस किया। समिति ने जब स्थानीय लोगों से पूछा तो लोगों ने बताया कि करीब 10 साल से वे जलजमाव से जूझ रहे हैं। विधानसभा की इस समिति की अध्यक्षता बाढ़ विधायक ज्ञानेंद्र कुमार सिंह कर रहे हैं। समिति में सुल्तानगंज के विधायक ललित मंडल, राजगीर विधायक कौशल किशोर और अलीनगर विधायक मिश्री लाल यादव भी शामिल हैं।
गुरुवार को मुजफ्फरपुर दौरे पर आने के क्रम में समिति को गोबरसही में मुख्य सड़क पर भारी जलजमाव से सामना हुआ तो वे वहां रुक कर लोगों से पूछताछ करने लगे। लोगों ने बताया कि हिन्दुस्तान के बोले मुजफ्फरपुर पेज पर पिछले 12 अप्रैल को प्रमुखता से खबर छापी गई, लेकिन अधिकारी भाग-दौड़ की करते रहे, अभी तक समस्या का समाधान नहीं हुआ है। समिति के सदस्य कौशल किशोर ने कहा कि विधानसभा में अखबार प्रस्तुत किया जाएगा और जिम्मेदार अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। समिति जैसे ही सर्किट हाउस पहुंची, जिम्मेवार पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता तलब किये गए। समिति ने जलजमाव का कारण पूछा और निदान के लिए किये गए उपाय के बारे में जानकारी ली। अभियंता ने बताया कि सड़क के बगल में नाले के लिए डीपीआर बनाई गई है, काम चल रहा है, जल्दी हो जाएगा। समिति ने उनसे पूछा कि जल्दी करते-करते तो एक दशक होने को हैं, अब आप क्या जल्दी कीजिएगा। आपकी इस लापरवाही के संबंध में विधानसभा को रिपोर्ट भेजी जाएगी। समिति ने इस सड़क पर जलजमाव के संबंध में वरीय अधिकारियों से भी सवाल पूछे। समिति ने कार्यपालक अभियंता को जल्द काम पूरा करने की चेतावनी दी और कहा कि समिति इस संबंध में फिर रिपोर्ट लेगी और विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष रिपोर्ट पर हुई कार्रवाई के संबंध में जानकारी प्रस्तुत करेगी। 16 करोड़ की बनी है डीपीआर : पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता ने समिति को बताया कि इस सड़क और नाले के निर्माण के लिए 16 करोड़ की डीपीआर तैयार की गई है। प्रशासनिक स्वीकृति के लिए विभाग को डीपीआर भेजी गई है। समिति ने इस मामले में जिला स्तर से हुई कार्रवाई के संबंध में पूछा तो कार्यपालक अभियंता ने बताया कि डीएम ने भी इस कार्य की अनुशंसा की है। समिति ने कहा कि इस समस्या के समाधान के लिए वह विधानसभा के माध्यम से संबंधित विभाग से भी कारण पूछेगी कि आखिर इतनी बड़ी आबादी इतने दिनों से जलजमाव और उससे पैदा होने वाली यातायात और प्रदूषण की समस्या से कैसे जूझ रही है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।