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कैद में हौसले की उड़ान, बंदियों ने पूरे कर रहे अफसर बनने के अरमान

मुजफ्फरपुर के शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा में बंदी बीपीएससी, रेलवे, पुलिस और सेना की प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं। जेल प्रशासन ने इनके लिए विशेष बैच और किताबें उपलब्ध कराई हैं। कुछ बंदी...

Newswrap हिन्दुस्तान, मुजफ्फरपुरThu, 29 Aug 2024 12:31 PM
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मुजफ्फरपुर, उज्ज्वल कुमार। शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा के अंदर विचाराधीन बंदी शिक्षा से अपने सपनों को पंख लगा रहे हैं। जेल की चहारदीवारी के अंदर बीपीएससी, पुलिस और सेना में जाने की तैयारी कर रहे हैं। इसके अलावा रेलवे, एसएससी, एक्साइज में भी नौकरी पाने के लिए मेहनत कर रहे हैं।

कारा प्रशासन की ओर से जेल के अंदर इन बंदियों के लिए प्रतियोगी परीक्षा का बैच चलाया जा रहा है। तैयारी के दौरान जेल में ग्रुप डिस्कशन के साथ-साथ साप्ताहिक टेस्ट भी लिया जाता है। तीन माह पूर्व रवि शेखर का बीपीएससी टीचर व मुकेश कुमार का प्रखंड समन्वयक में चयन हुआ है। दोनों वर्तमान में अलग-अलग जिलों में नौकरी कर रहे हैं। इनके अलावा सेंट्रल जेल में तैयारी कर कारा से मुक्त होने के बाद आधा दर्जन से अधिक बंदी सरकारी सेवा व प्राइवेट नौकरी में उच्च पदों पर हैं।

कोई पुलिस तो कोई रेलवे में जाने को कर रहा मेहनत :

पांच बंदी बीपीएससी और पांच रेलवे की तैयारी कर रहे हैं, जबकि, तीन बंदी बिहार पुलिस में दारोगा बनना चाहते हैं। इसको लेकर वे दिन-रात मेहनत कर रहे हैं। राजनंदन, अनिल, पप्पू, मो.शाहरुख व अमितेश बीपीएसएसी की तैयारी में जुटे हैं। रेलवे के लिए पंकज, अमन, गौतम, आदित्य व रवि मेहनत कर रहे हैं। जबकि, हर्ष, रविंद्र व ऋषिक दारोगा, एसएससी के लिए शिवम व सुमित, सेना में जाने के लिए अंकित, एक्साइज विभाग के लिए विनायक व सागर पोस्ट ऑफिस में जाने की तैयारी कर रहे हैं। इन्हें देख कई सजायाफ्ता कैदी भी पढ़ाई कर रहे हैं।

जेल प्रशासन ने दीं किताबें :

सेंट्रल जेल में प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले बंदियों के लिए जेल प्राशासन की ओर से कई किताबे दी गई हैं। इनमें आरएस गर्ग की फिटर थ्योरी, एम लक्ष्मीकांत की भारत की अर्थव्यवस्था, स्पीडी जीके, डॉ. आरएस अग्रवाल का अंकगणित, आधुनिक भारत का इतिहास, सामान्य ज्ञान हिंदी, बिहार का नक्शा, भारत का नक्शा आदि उपलब्ध कराए गए हैं।

बयान :

प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले विचाराधीन बंदियों के लिए अलग से बैच बनाया गया है। जेल में तैयारी करने वाले दो बंदी रिलीज होने के बाद बीपीएससी शिक्षक व प्रखंड समन्वयक के पद पर कार्यरत हैं। कई बंदी प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी में जुटे हुए हैं।

-ब्रिजेश सिंह मेहता, अधीक्षक, सेंट्रल जेल

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