मुन्ना शुक्ला रहेगा जेल में लेकिन आपसे मिलेगा इसी बंगले पर, सलाखों के पीछे जाने से पहले बोले पूर्व विधायक
पूर्व विधायक ने अपने समर्थकों का हिम्मत बढ़ाया और कहा कि आप लोगों को हिम्मत से रहना है। तेजस्वी यादव के हाथ को मजबूत करना है। राजद की मजबूत सरकार बनानी है। उन्होंने कहा कि उन्हें भारत की न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है। न्याय मिलेगा।
बिहार के चर्चित बृजबिहारी प्रसाद मर्डर केस के दोषी मुन्ना शुक्ला ने जेल की सलाखों के पीछे जाने से पहले अपने समर्थकों से मुलाकात की है। इस दौरान मुन्ना शुक्ला ने अपने समर्थकों से कहा कि मुन्ना शुक्ला भले ही जेल में रहेगा लेकिन वो आपसे इसी बंगले में मिलेगा। दरअसल आत्मसमर्पण करने से पहले पूर्व विधायक सह राजद के पटना जिला एवं नगर प्रभारी डॉ विजय कुमार शुक्ला उर्फ मुन्ना शुक्ला समर्थकों से मिलने लालगंज पहुंचे। समर्थकों के बीच बैठे मुन्ना शुक्ला ने कहा, ‘मुन्ना शुक्ला जेल जा रहा है और उसे उम्रकैद मिली है, इसका टेंशन नहीं है। मुन्ना शुक्ला का सरकार बनेगा। मुन्ना शुक्ला रहेगा जेल में और आप लोगों से मिलेगा इसी बंगले पर।’
यहां पूर्व विधायक ने अपने समर्थकों का हिम्मत बढ़ाया और कहा कि आप लोगों को हिम्मत से रहना है। तेजस्वी यादव के हाथ को मजबूत करना है। राजद की मजबूत सरकार बनानी है। उन्होंने कहा कि उन्हें भारत की न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है। न्याय मिलेगा। गौरतलब हो कि करीब 26 वर्ष पूर्व उस समय के तत्कालीन विज्ञान और प्रोद्योगिकी मंत्री एवं राजद के कद्दावर नेता रहे बृजबिहारी प्रसाद को आईजीआईएमएस में गोलियों से छलनी कर दिया गया था।
उस वक्त प्रकाश शुक्ला, राजन तिवारी, मुन्ना शुक्ला, सूरजभान सिंह सहित कई लोगों को इस हत्यकांड का अभियुक्त बनाया गया था। निचली अदालत ने उस वक्त मुन्ना शुक्ला एवं अन्य को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। जिसके बाद 2014 में उच्च न्यायालय में सभी अभियुक्तों ने अपील की। जिसमें सभी को सबूतों के अभाव में बरी कर दिया गया था। जिसके बाद बृजबिहारी प्रसाद की पत्नी रमा देवी और सीबीआई ने सर्वोच्च न्यायालय का रुख किया।
गत महीने सुनवाई पूरी होने के बाद सर्वोच्च न्यायालय ने फैसला सुरक्षित रख लिया था। बीते तीन अक्टूबर को सर्वोच्च न्यायालय ने मुन्ना शुक्ला एवं मंटू तिवारी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई। इस मामले में सूरजभान सिंह, राजन तिवारी एवं अन्य को सर्वोच्च न्यायालय ने सबूत न होने के चलते शंका के आधार पर बरी कर दिया। सामाजिक कार्यकर्ता प्रेम कुमार शुक्ला, राजदेव राय, विनोद पंजियार, वीरेंद्र प्रसाद यादव, पूर्व प्रमुख शैलेन्द्र सिंह, पप्पू पांडेय आदि सैकड़ों समर्थकों ने कहा कि यह लालगंज वासियों के लिए दुखदायी पल है। हम हमेशा मुन्ना शुक्ला के साथ रहे हैं और आगे भी रहेंगे। पूर्व विधायक ने नम आंखों से सभी समर्थकों से विदा लिया। वे बुधवार को पटना उच्च न्यायालय में आत्मसमर्पण करेंगे।