बाहुबली मुन्ना शुक्ला का पटना कोर्ट में सरेंडर, मंटू तिवारी के साथ भेजे गए बेऊर जेल
बाहुबली नेता मुन्ना शुक्ला ने बृज बिहारी हत्याकांड में सजा होने के बाद पटना कोर्ट में बुधवार को सरेंडर किया। उन्हें मंटू तिवारी के साथ बेऊर जेल भेज दिया गया। मुन्ना पूरे लाव-लश्कर और भारी समर्थकों के साथ मुजफ्फरपुर से पटना सरेंडर करने पहुंचे थे।
पूर्व मंत्री बृजबिहारी प्रसाद हत्याकांड में सुप्रीम कोर्ट से उम्रकैद की सजा होने के बाद बाहुबली पूर्व विधायक विजय कुमार शुक्ला उर्फ मुन्ना शुक्ला और पूर्वी चंपारण के मंटू तिवारी ने बुधवार को पटना सिविल कोर्ट स्थित अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश-8 के कोर्ट में सरेंडर कर दिया। कोर्ट ने दोनों को न्यायिक हिरासत में लेते हुए सजा भुगतने के लिए बेऊर जेल भेज दिया। इसके पहले सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को मुन्ना शुक्ला को सरेंडर करने के लिए अतिरिक्त समय देने से इनकार कर दिया।
पूर्व मंत्री की हत्या के मामले में साल 2009 में पटना सिविल कोर्ट ने मुन्ना शुक्ला समेत आठ आरोपियों को दोषी पाते हुए सजा सुनाई थी। इस फैसले के खिलाफ दोषियों ने पटना हाई कोर्ट में अपील दायर की थी। हाई कोर्ट ने सबूतों के अभाव में सभी को बरी कर दिया था। सीबीआई और पूर्व मंत्री बृजबिहारी प्रसाद की पत्नी रामादेवी ने सुप्रीम कोर्ट में हाई कोर्ट के फैसले को चुनौती दी। शीर्ष अदालत ने 3 अक्टूबर 2024 को मुन्ना शुक्ला और मंटू तिवारी को सश्रम आजीवन कारावास और जुर्माने की सजा सुनाई। वहीं, पूर्व सांसद सूरजभान सिंह समेत सात आरोपियों को बरी कर दिया।
मुन्ना शुक्ला के वकील सुनील कुमार ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने दोनों आरोपितों को आत्मसमर्पण करने का निर्देश दिया था। मुन्ना सुबह साढ़े 11 बजे मुजफ्फरपुर के नयाटोला स्थित अपने आवास से निकले। पटना जाने के दौरान उनके काफिले में करीब 100 गाड़ियां थीं। उन्होंने कहा कि न्यायालय का आदेश है, इसका सम्मान करना है। सरेंडर कर रहे हैं। आगे रिव्यू पीटिशन भी डालेंगे।