बिहार में यहां पराली जलाते 95 किसानों को सेटेलाइट ने पकड़ा, अब होगा यह ऐक्शन
खेतों में पराली जलने वाले किसानों में सर्वाधिक संख्या मैनाटांड़, बगहा दो, नरकटियागंज, गौनाहा के किसानों की है। इन किसानों को चिन्हित कर विभाग की ओर से इनके निबंधन को निलंबित किया जाएगा। साथ ही साथ इन किसानों को अगले 3 साल तक कृषि विभाग के योजनाओं से भी वंचित रखा जाएगा।
बिहार में पराली जलाने वाले किसानों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई की जा रही है। पश्चिम चंपारण जिले के बगहा में खेतों में पराली जलाने के मामले में जिले के 95 किसानों पर कार्रवाई की कवायद विभाग की ओर से शुरू की गई है। सेटेलाइट के माध्यम से जिले के 95 किसानों को खेतों में पराली जलते हुए पकड़ा गया है। जिसके बाद पटना से जिला कार्यालय को किसानों के गांव की सूची उपलब्ध कराई गई है। जिला कृषि पदाधिकारी ने इसके बाद कृषि कर्मियों को अक्षांश और देशांतर के आधार पर पराली जलाने वाले किसानों को चिन्हित करने का निर्देश दिया है।
खेतों में पराली जलने वाले किसानों में सर्वाधिक संख्या मैनाटांड़, बगहा दो, नरकटियागंज, गौनाहा के किसानों की है। इन किसानों को चिन्हित कर विभाग की ओर से इनके निबंधन को निलंबित किया जाएगा। साथ ही साथ इन किसानों को अगले 3 साल तक कृषि विभाग के योजनाओं से भी वंचित रखा जाएगा। अनुमंडल कृषि पदाधिकारी अभय कुमार ने बताया कि अक्षांश और देशांतर के आधार पर कृषि कर्मियों की पहचान कर उसकी सूची विभाग को उपलब्ध कराने का निर्देश कर्मियों को दिया गया है।
उन्होंने बताया कि खेतों में पराली जलाने वाले किसानों में मैनटांड के 17, गौनाहा के 8, बगहा दो के 15, नरकटियागंज के 9,मझौलिया के 6 , बगहा एक के 8 सहित जिला के विभिन्न प्रखंडों के लगभग 95 किसानों को चिन्हित किया गया है। गौरतलब हो कि खेतों में पराली नहीं जलाने को लेकर विभाग की ओर से लगातार जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। साथ ही साथ किसानों को इस मामले में जागरूक भी किया जा रहा है। बावजूद इसके किसान खेतों में पराली जलाने जला रहे हैं। जिसके बाद अब विभाग पराली जलने वाले किसानों पर सख्त कार्रवाई की तैयारी में है।
पहले भी हो चुकी है कार्रवाई
एक सप्ताह पूर्व कृषि विभाग की ओर से खेतों में पराली जलाने वाले डेढ़ दर्जन किसानों को चिन्हित किया गया था। जिनका सत्यापन कृषि विभाग की ओर से किया गया है। कृषि विभाग के सत्यापन में पराली जलाने का मामला सही पाया गया। इसमें सर्वाधिक संख्या मैनाटांड़, गौनाहा,व बगहा के किसानों की थी।
प्रखंड कृषि पदाधिकारी ने बताया कि पूर्व में पराली जलाने वाले किसानों को चिन्हित कर उनके निबंधन को निलंबित करने के लिए जिला कार्यालय से अनुशंसा किया गया है। उन्होंने बताया कृषि कर्मियों को क्षेत्र में रहकर परली पर निगरानी करने का निर्देश दिया गया है। अगर किसी किसान के द्वारा खेतों में पराली जलाया जाता है तो उन्हें चिन्हित कर एफआईआर भी दर्ज किया जाएगा।