जितनी यात्रा कर लें, रिजल्ट में कुछ नहीं मिलेगा; मोदी सरकार के मंत्री ललन सिंह का तेजस्वी पर हमला
ललन सिंह ने क हा कि तेजस्वी यादव जहां चाहे यात्रा करें। किसी को कोई रोक-टोक नहीं है। इसमें सबकी अपनी अपनी इच्छा है। लेकिन उनकी यात्रा का रिजल्ट लड्डू ही आने वाला है। इसलिए हम लोग उनकी यात्रा पर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं।
राजद सुप्रीमो लालू यादव के लाल और बिहार विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव फिर से एक यात्रा पर निकलने वाले हैं। जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और नरेंद्र मोदी सरकार के मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने तेजस्वी यादव की जनसंवाद यात्रा पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि जहां चाहें वहां की जितनी यात्रा कर लें। पर उनकी यात्रा का रिजल्ट लड्डू ही होने वाला है। ललन सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का खुलकर समर्थन किया तो लालू यादव पर प्रहार किया। केंद्रीय मंत्री ने नीतीश कुमार को लेकर रोहिणी आचार्या के ट्वीट का भी जवाब दिया। जेपी नड्डा के बिहार दौरे को उन्होंने महत्पूर्ण करार दिया।
दिल्ली से पटना आने पर ललन सिंह ने पत्रकारों से खुलकर बात की। उनसे पूछा गया कि तेजस्वी यात्रा से जेडीयू और बीजेपी पर क्या असर पड़ेगा। इस पर ललन सिंह ने क हा कि तेजस्वी यादव जहां चाहे यात्रा करें। किसी को कोई रोक-टोक नहीं है। इसमें सबकी अपनी अपनी इच्छा है। लेकिन उनकी यात्रा का रिजल्ट लड्डू ही आने वाला है। इसलिए हम लोग उनकी यात्रा पर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। राजद के साथ जाने को गलती बताए जाने पर ललन सिंह नीतीश कुमार का समर्थन किया। विपक्षी राजद को करारा जवाब देते हुए कहा कि नीतीश कुमार अपनी जगह सही हैं। उन्होंने सही बात कही है।
जेपी नड्डा के साथ मंच शेयर करते हुए नीतीश कुमार ने पटना में स्वास्थ्य विभाग के कार्यक्रम के दौरान कहा था कि दो बार इधर उधर जाकर गलती कर दिया। अब कहीं नहीं जाएंगे। इस इस पर राजद के शक्ति सिंह यादव ने चुटकी लेते हुए कहा था कि नीतीश कुमार को बीजेपी ने ऐसा कर दिया है कि उन्हें बार बार सफाई देनी पड़ती है। पत्रकारों ने जब इस पर सवाल किया तो उन्होंने आरजेडी पर पलटवार कर दिया। ललन सिंह ने कहा कि राजद वालों को यह मालूम होना चाहिए की सफाई क्या होता है। सीएम अपनी गलती स्वीकार कर रहे हैं तो इसमें सफाई की बात कहां से आ गई।
ललन सिंह ने लालू की बेटी रोहिणी आचार्या के ट्वीट पर जवाब दिया। कहा कि हर किसी की बात पर बेवजह ध्यान नहीं दिया जाता है। उनके बारे में सबको पता है कि राजनीति की उनकी कैसी समझ है। यह जरूरी नहीं है कि उनकी बात पर पलटवार किया जाए।