Hindi Newsबिहार न्यूज़Leaders above 60 years will not become BJP district president age limit fixed

बिहार में 60 पार वाले भाजपा जिलाध्यक्ष नहीं बनेंगे, मंडल अध्यक्षों के लिए भी उम्र सीमा तय

बिहार भाजपा ने सांगठनिक चुनाव के मद्देनजर मंडल और जिलाध्यक्ष के पदों के लिए उम्र सीमा तय की है। 60 साल से ऊपर के नेताओं को इस बार जिला अध्यक्ष नहीं बनाया जाएगा।

Jayesh Jetawat हिन्दुस्तान, पटनाFri, 6 Dec 2024 08:34 AM
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बिहार में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) संगठन में महत्वपूर्ण बदलाव करने का निर्णय लिया है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सह राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री डॉ दिलीप कुमार जायसवाल ने कहा कि वैसे नेता जो 45 वर्ष से अधिक उम्र के हैं, वे अब मंडल अध्यक्ष नहीं बन सकते हैं। जो नेता 60 वर्ष की आयु पूरी कर चुके हों, उन्हें इस बार जिलाध्यक्ष नहीं बनाया जाएगा। इतना ही नहीं, जिन्हें पार्टी में आए हुए छह साल से कम समय हुआ है, वे भी जिलाध्यक्ष की दौड़ से बाहर रहेंगे। इसके अलावा जो नेता दो बार जिलाध्यक्ष का दायित्व संभाल चुके हैं, वे भी तीसरी बार नहीं बन पाएंगे। भाजपा ने सांगठनिक चुनाव के लिए विभिन्न पदों पर उम्र सीमा तय कर दी है।

भाजपा ने बिहार में जिला एवं मंडल (प्रखंड स्तरीय) की संख्या बढ़ाने का निर्णय लिया है। इसके लिए संगठन का परिसीमन होगा। इस महीने के अंत तक जिला एवं मंडल की कमेटी बन जाएगी। नए साल में राज्यस्तरीय कमेटी बनेगी। संगठन की गतिविधियों को तेज करने के लिए भाजपा अभी जिलास्तरीय कोर कमेटी की बैठक कर रही है। अब तक 15 से अधिक जिला संगठन की बैठक हो चुकी है। अगले तीन दिनों में इस बैठक को पूरा कर लिया जाएगा।

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प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सह राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री डॉ दिलीप कुमार जायसवाल ने कहा कि अभी संगठन जिला की संख्या 45 है। इसे बढ़ाकर 51 करने का निर्णय लिया गया है। मसलन गया में अब गया उत्तर और गया दक्षिण संगठन जिला होगा। इसी तरह प्रखंड स्तर पर पार्टी के संगठन मंडल का भी परिसीमन करने का निर्णय लिया गया है। अभी सौ-सवा सौ बूथ पर एक मंडल है। अब 60 बूथ पर ही एक मंडल इकाई बनाने का निर्णय लिया गया है।

मंडलस्तरीय कमेटी का गठन 15 दिसंबर तक

15 दिसंबर तक मंडलस्तरीय कमेटी का गठन पूरा कर लिया जाएगा। 31 दिसंबर तक जिलास्तरीय कमेटी बन जाएगी। नए साल के पहले महीने यानी जनवरी में राज्यस्तरीय कमेटी का गठन कर लिया जाएगा। सरल पोर्टल पर सभी इकाईयों की पूरी जानकारी अपलोड अनिवार्य रूप से की जाएगी। उन्होंने कहा कि अगले साल बिहार में विधानसभा चुनाव होना है। संगठन को और धारदार बनाने के लिए ही आंशिक हेर-फेर करने का निर्णय लिया गया है। पार्टी का अपना स्वरूप होगा।

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