केके पाठक का कद और बढ़ा, अब कैबिनेट सचिवालय में विशेष सचिव बनाए गए
केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर बिहार से दिल्ली गए बहुचर्चित आईएएस अफसर केके पाठक का कद और बढ़ गया है। कैबिनेट सचिवालय में अपर सचिव के पद पर ट्रांसफर हुए पाठक को अब स्पेशल सेक्रेटरी बना दिया गया है।

केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर बिहार से दिल्ली पहुंचे भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के बहुचर्चित अफसर केशव कुमार पाठक उर्फ केके पाठक का कद बढ़ गया है। बिहार के राजस्व पर्षद के अध्यक्ष रहे केके पाठक को सेंट्रल डेपुटेशन पर कैबिनेट सचिवालय में अपर सचिव के पद पर ट्रांसफर किया गया था। लेकिन अब उन्हें सेंट्रल सेक्रेटेरिएट में विशेष सचिव यानी स्पेशल सेक्रेटरी का पद दिया गया है। राज्य सरकार ने केंद्र सरकार की सेवा में योगदान देने के लिए उन्हें 1 मई 2025 की तिथि के प्रभाव से रिलीव कर दिया है। 1990 बैच के आईएएस अफसर केके पाठक की रिटायरमेंट में अब कुछ समय ही बचा है इसलिए आगे उनकी अपने मूल काडर बिहार में वापसी की संभावना कम है।
केके पाठक के बारे में लंबे समय से चर्चा चल रही थी कि वो बिहार में सहज नहीं हैं और केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाना चाहते हैं। केंद्र सरकार ने पाठक को 18 अप्रैल को मंत्रिमंडल सचिवालय में एडिशनल सेक्रेटरी के पद पर तैनाती का आदेश जारी किया था। 26 अप्रैल को बिहार सरकार को केंद्र सरकार से नया आदेश मिला जिसमें बताया गया कि केके पाठक के पद को विशेष सचिव के रूप में बदल दिया गया है। संभावना है कि 1 मई को पाठक दिल्ली में अपना पद संभाल लेंगे।
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बिहार में सेवा के दौरान केके पाठक जिस विभाग में भी रहे, राजनेता से लेकर पदाधिकारी और कर्मचारी तक हड़कंप मचाते रहे। नीतीश कुमार की शराबबंदी योजना को लागू करने की पाठक ने बहुत कोशिश की लेकिन बॉर्डर से लेकर थाने तक भ्रष्टाचार के कारण वो शराब माफियाओं से मात खा गए। शिक्षा विभाग में तैनाती के दौरान राज्य भर का दौरा कर उन्होंने स्कूलों की व्यवस्था और शिक्षकों की उपस्थिति में व्यापक बदलाव लाया। राजस्व पर्षद के अध्यक्ष के तौर पर उन्होंने बेतिया राज की जमीन की फाइलें पलट डालीं।