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दूध की बिक्री में कमी

14 जुलाई से दोबारा लॉकडाउन लगने के बाद तो इसमें और भी कमी आई है। लॉकडाउन को लेकर सुधा सहित अन्य डेयरी की बिक्री भी प्रभावित हुई है। इन दिनों किसान दूध का उपयोग पनीर एवं खोआ आदि बनाने में कर रहे हैं...

Newswrap हिन्दुस्तान, कटिहारFri, 24 July 2020 08:22 AM
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कटिहार । कोरोना वायरस के बढ़ते प्रभाव के कारण दूध की बिक्री कम हो गई है ।

14 जुलाई से दोबारा लॉकडाउन लगने के बाद तो इसमें और भी कमी आई है। लॉकडाउन को लेकर सुधा सहित अन्य डेयरी की बिक्री भी प्रभावित हुई है। इन दिनों किसान दूध का उपयोग पनीर एवं खोआ आदि बनाने में कर रहे हैं ।सनद रहे कि लॉकडाउन व कोरोना के बढ़ते मामले के कारण जिले में मिठाई की दुकान बंद होने से दूध विक्रेताओं की परेशानी बहुत ज्यादा बढ़ी है ।अब वह गांव स्थित दूध समिति को दूध देने के साथ घर-घर बेचने को मजबूर है। तिनघरिया गांव के किसान रोहित यादव ने बताया कि कटिहार के बाजार में लगभग 2 क्विंटल दूध की बिक्री विभिन्न मिठाई की दुकानों में हो जाती थी। दुकानें बंद होने के कारण समिति व घर-घर जाकर दूध बेचना पड़ रहा है ।उन्होंने कहा कि लॉकडाउन से पहले बाजार में ₹50 किलो दूध बिक जाता था। वही समिति में ₹35 से लेकर ₹40 में ही दूध बेचना उसकी मजबूरी हो गई है। चॉपर दियारा के दूध विक्रेता जितेश यादव एवं विकास यादव ने बताया कि दूध समिति भी 30 से 35 किलो से अधिक दूध नहीं ले रही है ।इस कारण दूध का खोआ व पनीर बना कर बेचना पड़ रहा है। उनकी माने तो घर-घर दूध बेचने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। यहां तक कि कई लोग अनजान समझकर दूध लेने से मना भी कर देते हैं।

मिठाई विक्रेताओं ने सुनाया दर्द

जिले में दोबारा लॉकडाउन लगाए जाने के बाद दवा दुकानें एवं किराना दुकान को छोड़कर अन्य दुकानों के खोलने पर जिला प्रशासन द्वारा रोक लगा दी गई है। मिठाई आदि की दुकानें बंद हो जाने के कारण इन दुकानदारों कि जहां आर्थिक स्थिति चरमरा गई है ।वहीं इन दुकानों में काम करने वाले कारीगर तथा दूध विक्रेताओं के समक्ष परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।मिरचाईबाड़ी के मिठाई दुकानदार राकेश यादव ने बताया कि उनके दुकान में प्रतिदिन 80 से 90 किलो दूध की खपत होती थी। लॉकडाउन के कारण दुकानें बंद है तथा ऑर्डर पर होम डिलीवरी में भी आम लोग बाजारों सामग्री खाने से परहेज करते हैं ।उन्होंने बताया कि उनके यहां मनिहारी मनसाही कुरसेला बरारी सहित विभिन्न इलाके से दूध वाले दूध पहुंचाते थे। लेकिन दुकान बंद रहने के कारण परेशानी बढ़ी है। उधर कुर्सेला के बिहारी लाल साह भारती साह एवं अयोध्या गंज बाजार के मुन्ना गुप्ता ने बताया की दुकानें बंद रहने के कारण दूध लेकर क्या करेंगे। पहले लॉकडाउन में ही भारी नुकसान उठाना पड़ा है ।सभी दुकानदारों की मानें तो पच्चीस पच्चीस हजार रुपए का छेना का मिठाई बर्बाद हो गया था। इस परिस्थिति में आर्थिक रूप से वह चरमरा चुके हैं।

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