Hindi Newsबिहार न्यूज़Junior doctors call off strike OPD restored in AIIMS PMCS and other government hospitals

बड़ी राहत वाली खबरः काम पर लौटे डॉक्टर, एम्स, पीएमसीएच समेत सभी अस्पतालों में ओपीडी सेवा बहाल

राज्य के सभी मेडिकल कॉलेजों में सीनियर डॉक्टर के साथ जूनियर ने भी ओपीडी में सेवा दी। इससे पहले आईजीआईएमएस में रेजिडेंट डॉक्टरों ने हड़ताल समाप्त कर कार्य पर लौटने की घोषणा की थी। गुरुवार को आईजीआईएमएस में 3452 मरीजों को ओपीडी में देखा गया जबकि 48 ऑपरेशन किए गए।

Sudhir Kumar हिन्दुस्तान, पटनाFri, 23 Aug 2024 05:36 AM
share Share

कोलकाता में महिला डॉक्टर से दरिंदगी के विरोध में हड़ताल कर रहे पीएमसीएच, एनएमसीएच और एम्स के जूनियर डॉक्टर सुप्रीम कोर्ट की अपील के बाद गुरुवार को काम पर लौट आए। हड़ताल टूटने से अस्पतालों में ओपीडी सेवा सामान्य हो गई। पीएमसीएच में 1402, एनएमसीएच में 2021,एम्स में 3500 मरीजों को ओपीडी में देखा गया। दो दर्जन से ज्यादा ऑपरेशन भी पीएमसीएच में हुए। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी का बड़ा असर हुआ। आठ दिनों से कार्य वहिष्कार कर रहे जुनियर डॉक्टरों ने अपनी हड़ताल वापस ले ली

राज्य के सभी मेडिकल कॉलेजों में सीनियर डॉक्टर के साथ जूनियर ने भी ओपीडी में सेवा दी। इससे पहले आईजीआईएमएस में रेजिडेंट डॉक्टरों ने बुधवार की देर शाम को हड़ताल समाप्त कर कार्य पर लौटने की घोषणा की थी। गुरुवार को आईजीआईएमएस में 3452 मरीजों को ओपीडी में देखा गया जबकि 48 ऑपरेशन किए गए। वहीं एम्स पटना में मंगलवार से ही सीनियर डॉक्टरों ने ओपीडी की कमान संभाल ली थी। जूनियर डॉक्टरों ने मरीजों के हित में हड़ताल तोड़ने की घोषणा की।

इंसाफ और इलाज नहीं रोक सकते सुप्रीम कोर्ट

मरीजों की दिक्कतों को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को डॉक्टरों से काम पर लौटने की अपील की। कोर्ट ने कहा कि इंसाफ व इलाज को रोक नहीं सकते। अपील के बाद 11 दिनों से हड़ताल कर रहे डॉक्टर काम पर लौटे। कोर्ट ने भरोसा दिया कि यदि वे काम पर लौटते हैं तो उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी।

ये भी पढ़ें:4315 पदों पर बहाली, पटना जू में टॉय ट्रेन फिर से चलेगी; नीतीश कैबिनेट की मुहर

आईजीआईएमएस में खुलेगी प्राइमरी एंजियोप्लास्टी यूनिट

हार्ट अटैक से युवाओं की जान बचाने के लिए आईजीआईएमएस में एक अलग यूनिट खुल रही है। प्राइमरी एंजियोप्लास्टी यूनिट में युवाओं को तत्काल हार्ट अटैक से होनेवाली धमनियों के ब्लॉकेज को हटाने, स्टेंट लगाने अथवा बाहर से पेसमेकर लगाने की भी सुविधा होगी। सीसीयू यनिट की ठीक बगल में स्थित इस सेंटर में ये सुविधाएं दिन-रात (24 घंटे) मिलेगी। अस्पताल अधीक्षक डॉ. मनीष मंडल ने बताया कि अगले सप्ताह से यह यूनिट शुरू हो जाएगी। बताया कि कोरोना के बाद से हार्ट अटैक से अचानक होनेवाली मौतों में युवाओं की संख्या लगभग 15 से 20 प्रतिशत तक पहुंच गई है। इसका बड़ा कारण कोरोना पीड़ितों की हृदय की धमनियों में संकुचन, खून का थक्का जमने और ब्लॉकेज की समस्या को माना जा रहा है। इसे देखते हुए आईजीआईएमएस में प्राइमरी एंजियोप्लास्टी यूनिट को खोला जा रहा है।

अगला लेखऐप पर पढ़ें