बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले होगा कैबिनेट विस्तार? नीतीश से आवास पर जाकर मिले जेपी नड्डा
बिहार में कैबिनेट विस्तार की अटकलें तेज हो गई हैं। बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शुक्रवार को पटना में सीएम नीतीश कुमार से मुलाकात की। दोनों के बीच कैबिनेट विस्तार के मुद्दे पर बातचीत हुई है।
Nitish Cabinet Expansion: बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले नीतीश कैबिनेट का विस्तार हो सकता है। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने अपने दो दिवसीय बिहार दौरे के दौरान शुक्रवार को पटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास पर जाकर उनसे मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच करीब 45 मिनट तक बातचीत हुई। इस दौरान राज्य में मंत्रिमंडल में नए मंत्री बनाए जाने को लेकर भी चर्चा की गई। सूत्रों के मुताबिक निकट भविष्य में बिहार में मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है। राज्य में अगले साल विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं। इससे पहले एक बार कैबिनेट विस्तार किया जा सकता है।
जानकारी के मुताबिक बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा शुक्रवार को पटना एयरपोर्ट से सीधे सीएम नीतीश कुमार के सरकारी आवास पर पहुंचे। दोनों नेताओं के बीच बिहार में स्वास्थ्य के क्षेत्र में चल रही योजनाओं को लेकर विमर्श हुआ। साथ ही आने वाले दिनों में होने वाले उपचुनाव को लेकर भी दोनों में बातचीत हुई। इसके अलावा कैबिनेट विस्तार पर चर्चा की गई। इस दौरान दोनों डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी एवं विजय कुमार सिन्हा के अलावा जल संसाधन मंत्री विजय चौधरी, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय भी मौजूद रहे।
बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इसी साल महागठबंधन छोड़कर एनडीए में आने के बाद बिहार में सत्ता परिवर्तन हुआ था। फरवरी महीने में नए सिरे से सरकार का गठन किया गया था। इसके बाद मार्च महीने में मंत्रिपरिषद का विस्तार कर 21 नेताओं को मंत्री बनाया गया था। फिलहाल राज्य मंत्रिपरिषद में बीजेपी, जेडीयू और हम (हिन्दुस्तान आवाम मोर्चा) के कोटे से कुल 30 सदस्य हैं। इनमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और दोनों डिप्टी सीएम भी शामिल हैं।
राज्य मंत्रिपरिषद की अधिकतम सीमा 36 है। यानी कि अभी 6 और मंत्री बनाए जा सकते हैं। बिहार में विधानसभा चुनाव होने में अभी एक साल से भी ज्यादा का समय बचा हुआ है। इससे पहले एक कैबिनेट विस्तार की चर्चा तेज हो गई है। कुछ नए मंत्री बनाकर बीजेपी और जेडीयू चुनाव से पहले विभिन्न वर्गों को साधने की कोशिश कर सकती है।