Hindi Newsबिहार न्यूज़Jitiya Parv turned into mourning 8 children died in Aurangabad lives also lost in Chhapra Rohtas

जितिया पर्व मातम में बदला, औरंगाबाद में डूबने से 8 बच्चों की मौत, छपरा और रोहतास में भी जानें गईं

जितिया पर्व स्नान के दौरान बुधवार को औरंगाबाद जिले में 8 और सारण जिले में पांच बच्चों की मौत हो गई। रोहतास, अरवल और कैमूर जिले में भी जानें गईं।

Jayesh Jetawat हिन्दुस्तान, औरंगाबाद/छपरा/सासारामWed, 25 Sep 2024 09:57 PM
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बिहार में जिउतिया अथवा जितिया पर्व की खुशियां बुधवार को मातम में बदल गईं। औरंगाबाद, रोहतास, सारण (छपरा) समेत कई जिलों में अलग-अलग जगहों पर स्नान के दौरान डूबने से एक दर्जन से ज्यादा बच्चों की मौत हो गई। सबसे ज्यादा औरंगाबाद जिले के बारुण और मदनपुर प्रखंड में व्रतियों के साथ नहाने गए 9 बच्चे तालाब में डूब गए, जिनमें से 8 की मौत हो गई। छपरा में भी 5 बच्चों की जान गई, तो रोहतास जिले के विभिन्न इलाकों में चार बच्चे डूब गए। अरवल और कैमूर जिले में भी एक-एक बच्चे की मौत की खबर है।

बिहार के कई हिस्सों में बुधवार को जीवित्पुत्रिका (जितिया) पर्व मनाया गया। बड़ी संख्या में महिलाएं अपने बच्चों के साथ नदी, तालाबों और जलाशयों पर स्नान के लिए पहुंचीं। इस दौरान हुए हादसों में डूबने से एक दर्जन से ज्यादा बच्चों की मौत हो गई। औरंगाबाद जिले के बारुण थाना क्षेत्र के ईटहट गांव में तालाब में पांच बच्चियां डूब गईं, इनमें से चार की मौत हो गई, जबकि एक बच्ची को बेहोशी की हालत में सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। मदनपुर थाना क्षेत्र के कुशहा गांव में भी नहाने के लिए आहर में गए चार बच्चों की डूबने से मौत हो गई।

रोहतास में भी कई जगहों पर हादसा

जिले के विभिन्न इलाकों में जितिया पर्व के दूसरे दिन कई बच्चे डूब गए। डेहरी के डालमियानगर में जितिया पर्व पर सोन नदी में डुबकी लगाने पहुंचा किशोर डूब गया। गोताखोरों की मदद से उसकी खोजबीन की जा रही है। दिनारा थाना इलाके के धवनिया गांव में जीवित्पुत्रिका स्नान के दौरान दो बच्चे डूब गए, जिनमें से 8 साल के बच्चे की मौत हो गई। दूसरी सात साल की बच्ची की हालत गंभीर है। वहीं, चेनारी में मां के साथ स्नान करने गई 12 वर्षीय छात्रा तालाब में डूब गई।

अरवल: पोखर में डूबने से बच्ची की मौत

बख्तारी सूर्य मंदिर के पोखर में बुधवार की शाम डूबने से आठ वर्षीय एक बच्ची की मौत हो गयी। बताया जाता है कि जिउतिया पर्व पर अलावल चक निवासी मंजू देवी पोखर में स्नान करने गयी थी। साथ में उसकी आठ बच्ची भी थी। लेकिन महिला बच्ची को पोखर किनारे बैठकर स्नान करने लगी। जब वह स्नान कर पोखर से बाहर निकली तो बच्ची नहीं थी। जब उपर में नहीं मिली तो लोग पोखर में ढूंढने लगे। ग्रामीणों के कड़ी मशक्कत करने पर करीब एक घंटे बाद शव निकाला जा सका। इसके बाद पोखर पर कोहराम मच गया।

कैमूर: सूर्य मंदिर तालाब में डूबने से बच्चे की मौत

जिले के सोनहन थाना क्षेत्र की जागेबरांव पंचायत के तरहनी गांव के पश्चिम सूर्य मंदिर पोखरा में डूबने से एक बच्चे की मौत हो गई। मृतक 10 वर्षीय रोहन बिंद तरहनी निवासी सोहन बिंद का बेटा था। जिउतिया व्रत के दौरान अपने घर की महिलाओं के साथ रोहन भी तालाब में गया था। तालाब में स्नान करने के दौरान वह गहरे पानी में चला गया, जिससे वह डूब गया।

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