सरकार की उपलब्धि में घुसपैठ कर रहा विपक्ष, तेजस्वी के क्रेडिट पॉलिटिक्स पर जेडीयू का पलटवार
विजय सिन्हा ने कहा कि नीतीश कुमार ने राजद को 10 अगस्त 2022 को सरकार में शामिल होने का मौका दिया। ऐसे में पुरानी सरकार में लिए गए निर्णयों पर राजद की श्रेय लूटने की नाकाम कोशिश हास्यास्पद और निंदनीय है।
बिहार सरकार के संसदीय कार्य मंत्री एवं जदयू के वरिष्ठ नेता विजय कुमार चौधरी ने कहा है कि शिक्षकों की नियुक्ति का एकमात्र श्रेय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जाता है। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में लगातार चल रहे नियुक्ति अभियान से राजद समेत पूरा विपक्ष बेचैनी में है। प्रदेश के विकास और बदलाव को नकारने की हिम्मत नहीं होने के कारण विपक्ष के लोग अब घुसपैठ कर सरकार के श्रेय में हिस्सा लेने की नाकाम कोशिश कर रहे हैं।
विजय चौधरी रविवार को जदयू प्रदेश कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बीपीएससी के माध्यम से प्रधानाध्यापक की नियुक्ति का निर्णय एवं नियमावली की अधिसूचना मुख्यमंत्री के परामर्श से मेरे शिक्षा मंत्री रहते अगस्त 2021 में जारी हुई थी। उसके तुरंत बाद ही 6421 प्रधानाध्यापकों के पद के सृजन एवं नियुक्ति के लिए विज्ञापन निकला था। अगस्त 2022 के प्रथम सप्ताह में इसके नतीजे भी आ गए थे।
नीतीश कुमार ने राजद को 10 अगस्त 2022 को सरकार में शामिल होने का मौका दिया। ऐसे में पुरानी सरकार में लिए गए निर्णयों पर राजद की श्रेय लूटने की नाकाम कोशिश हास्यास्पद और निंदनीय है। विजय चौधरी ने कहा कि विपक्ष के पास जनता को बताने लायक अपना कोई काम नहीं है। वहीं, नीतीश कुमार की उपलब्धियां बिहार के हर हिस्से में पसरी हुई हैं। बिहार की होशियार और समझदार जनता विपक्ष के भ्रमजाल में कभी नहीं फंसेगी। मौके पर जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा भी मौजूद थे।
दरअसल तेजस्वी यादव समेत पूरा विपक्ष यह दावा करता है कि नीतीश कुमार ने जब महागठबंधन के साथ मिलकर सरकार चलाई तो बिहार में नौकरी की बहार आ गई। तेजस्वी यादव यह कहते नहीं थकते कि हमने मुख्यमंत्री को बहाली का रास्ता बताया। पहले नीतीश कुमार कहते थे कि बहाली होगी तो वेतन के लिए पैसा कहां से आएगा। राज्य में हेडमास्टर और प्रधान शिक्षक की परीक्षा का रिजल्ट आने के बाद तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर फिर से दावा ठोक दिया। विजय चौधरी ने उसी का जवाब प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिया।