उपचुनाव के बाद प्रशांत किशोर ने भरी हुंकार, 2025 इलेक्शन पर जनसुराज का प्लान बताया
प्रशांत किशोर ने महज एक माह पुरानी पार्टी ने 10 फीसदी वोट लाकर अपनी ताकत दिखायी है। हमारी कोशिश भले ही सफल नहीं हो पायी, लेकिन हमारा संकल्प कमजोर नहीं हुआ है। हम इस 10 फीसदी वोट को 40-50 फीसदी तक ले जाएंगे।
बिहार विधानसभा की चार सीटों पर हुए उपचुनाव में जनसुराज ने अपना कैंडिडेट उतारा पर कहीं सफलता नहीं मिली। इसके नतीजों से विचलित हुए बगैर पार्टी के कर्ता धर्ता प्रशांत किशोर ने अपना फ्यूचर प्लान बताया है। जनसुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने कहा है कि हम आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में सभी 243 सीटों पर लड़ेंगे। किसी दल से समझौता नहीं करेंगे न ही किसी गठबंधन में शामिल होंगे। सभी सीटों पर चुनाव लड़ने की जनसुराज की तैयारी भी चल रही है।
उन्होंने आगे कहा कि महज एक माह पुरानी पार्टी ने 10 फीसदी वोट लाकर अपनी ताकत दिखायी है। हमारी कोशिश भले ही सफल नहीं हो पायी, लेकिन हमारा संकल्प कमजोर नहीं हुआ है। हम इस 10 फीसदी वोट को 40-50 फीसदी तक ले जाएंगे। शनिवार को पीके ने पत्रकारों से कहा कि हमारा लक्ष्य स्पष्ट है। हमें 10 वर्ष भी संघर्ष करना होगा तो करेंगे। लेकिन हर हाल में सफल होंगे। जब तक हम अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंचते, तब तक काम करते रहेंगे।
प्रशांत किशोर ने कहा कि यदि हमें एक फीसदी वोट भी आता तो भी हमारा संघर्ष जारी रहता। हम लोगों के बीच अपनी विचारधारा पहुंचा रहे हैं, अब उसे वोट में बदलना हमारे लिए बड़ी चुनौती है। यह काम कठिन है, लेकिन इसे करेंगे। पीके ने दावा किया कि मार्च तक हम लोगों तक अपनी पहुंच बना लेंगे। अगले एक साल तक अपना काम जारी रखेंगे और उसका परिणाम विधानसभा चुनाव में दिखेगा।
विधानसभा उपचुनाव की चार सीटों पर हुए उपचुनाव में सभी सीटों पर एनडीए ने जीत दर्ज किया है। तीन सीटें रामगढ़, बेलागंज और तरारी इंडिया के पास थी जिन्हें एनडीए ने अपने कब्जे में ले लिया है। तरारी और रामगढ़ में बीजेपी की जीत हुई है तो बेलागंज में जदयू ने बाजी मारी। इमामगंज में जीतनराम मांझी की बहू दीपा मांझी ने हम की सीट बचा ली। माना जा रहा है कि एनडीए की जीत में प्रशांत किशोर को मिले वोटों की अच्छी खासी भूमिका रही।