Hindi Newsबिहार न्यूज़Instigated students broke loudspeakers barricades FIR against Prashant Kishor in BPSC protest case

छात्रों को उकसाया, लाउडस्पीकर, बैरिकेडिंग तोड़ी... BPSC प्रदर्शन मामले में प्रशांत किशोर पर FIR

जिला प्रशासन की मंजूरी के बिना पटना के गांधी मैदान में छात्र संसद लगाने, स्टूडेंट मार्च के दौरान लाउडस्पीकर और बैरिकेडिंग तोड़ने के आरोप में प्रशांत किशोर समेत 21 लोगों पर एफआईआ दर्ज की गई है। इसके अलावा 600 अज्ञात के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।

sandeep हिन्दुस्तान, पटनाSun, 29 Dec 2024 10:44 PM
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जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर समेत 21 लोगों पर पटना पुलिस ने एफआईआर दर्ज है। प्रशासन का आरोप है कि गांधी मैदान में छात्र संसद की इजाजत नहीं मिलने के बावजूद छात्रों को बड़ी संख्या में जमा किया गया। इसके अलावा छात्र मार्च के दौरान लाउडस्पीकर और बैरिकेडिंग तोड़ने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है। इसके अलावा 600 अज्ञात लोगों के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। एफआईआर में प्रशांत किशोर के अलावा जन सुराज के प्रदेश अध्यक्ष मनोज भारती, पूर्व आईपीएस अधिकारी आनंद मिश्रा समेत कई पूर्व आईएएस और आईपीएस अधिकारियों का नाम शामिल हैं।

इन लोगों पर हुई FIR

प्रशांत किशोर (संस्थापक, जन सुराज)

मनोज भारती (अध्यक्ष, जन सुराज पार्टी)

रह्मांशु मिश्रा, कोचिंग संचालक

निखिल मणि तिवारी

सुभाष कुमार ठाकुर

शुभम स्नेहिल

आनंद मिश्रा

आर के मिश्रा

विष्णु कुमार

सुजीत कुमार (सुनामी कोचिंग)

इससे पहले बीपीएससी 70वीं पीटी को रद्द करने की मांग को लेकर अभ्यर्थियों ने रविवार को मार्च निकाला। इसका नेतृत्व जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर कर रहे थे। जेपी गोलंबर के पास पुलिस ने मार्च को रोक दिया। शाम 7 बजे के करीब प्रशांत किशोर के वहां से जाने के बाद पुलिस ने हल्का बल प्रयोग शुरू किया। पहले पानी की बौछार की गई फिर लाठीचार्ज कर छात्रों को तितर-बितर किया गया। इस दौरान जेपी गोलंबर के आसपास का इलाके में पुलिस और छात्रों के बीच झड़प होती रही। झड़प में महिला अभ्यर्थी समेत छह घायल हो गए। एक दर्जन छात्रों को हिरासत में लिया गया है। आपको बता दें प्रशांत किशोर ने ही गांधी मैदान में छात्र संसद लगाने का आह्वान किया था।

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प्रशासन ने मार्च को अवैध घोषित करते हुए छात्रों से लौटने की अपील की। कई बार माइकिंग की गई। छात्र इसके बाद भी वहां से नहीं हटे। पुलिस ने उन्हें हटाने को काफी प्रयास किया। लेकिन बात नहीं बनी। इसके बाद बल प्रयोग किया। पहले वाटर कैनन से पानी की बौछार की गई। फिर छात्रों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया गया। पुलिस का एक्शन शुरू होने के बाद अफरा-तफरी मच गई। प्रर्दशनकारी छात्रों को तितर-बितर करने के बाद रात 8.00 बजे के बाद इलाके में यातायात व्यवस्था शुरू की गई।

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