अटल पेंशन स्कीम में सभी बिहार में सबसे पीछे पटना क्यों, गया कैसे बना नंबर वन? रिपोर्ट में पढ़ें
गया जिले को वित्तीय वर्ष 2023-24 में 25,940 ग्राहकों को अटल पेंशन योजना से जोड़ने का लक्ष्य मिला था। वहां के बैंकों ने 88,391 ग्राहकों को इस योजना से जोड़ा। वहीं पटना जिले के 843 बैंक शाखाओं को 75,780 खाते खोलने थे, लेकिन 59,020 खाते ही खोले गए। यह खुलासा समीक्षा बैठक में जारी रिपोर्ट से हुआ है।
अटल पेंशन योजना में बिहार में पटना का प्रदर्शन बेहद खराब रहा है। सभी 38 जिलों में पटना निचले पायदान पर है। केवल पटना ही है, जो वित्तीय वर्ष 2023-24 में लक्ष्य हासिल नहीं कर सका। यहां के बैंकों ने तय लक्ष्य की 78 प्रतिशत उपलब्धि हासिल की। वहीं, पटना से सटा गया जिला अव्वल रहा। गया की 267 बैंक शाखाओं ने तय लक्ष्य से 340 प्रतिशत अधिक उपलब्धि हासिल की। पटना के अलावा भागलपुर और शिवहर का प्रदर्शन भी काफी खराब रहा है।
गया जिले को वित्तीय वर्ष 2023-24 में 25,940 ग्राहकों को अटल पेंशन योजना से जोड़ने का लक्ष्य मिला था। वहां के बैंकों ने 88,391 ग्राहकों को इस योजना से जोड़ा। वहीं पटना जिले के 843 बैंक शाखाओं को 75,780 खाते खोलने थे, लेकिन 59,020 खाते ही खोले गए। यह खुलासा हाल में अटल पेंशन योजना की समीक्षा बैठक में जारी रिपोर्ट से हुआ है। बताते चलें कि प्रदेश में अटल पेंशन योजना के अब तक 55 लाख 47 हजार 524 खाते खुल चुके हैं। इनमें 11 लाख 28 हजार 838 खाते पिछले वित्तीय वर्ष में खोले गए हैं।
निजी बैंकों ने नहीं दिया साथ
रिपोर्ट के मुताबिक, बिहार जैसे गरीब राज्य में अटल पेंशन जैसी लोकोपयोगी योजना के क्रियान्वयन में निजी बैंकों का साथ नहीं मिला। राज्य के 14 निजी बैंकों में किसी ने भी तय लक्ष्य को पूरा नहीं किया। आईडीबीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक और आईसीआईसीआई बैंक ने 70 प्रतिशत उपलब्धि हासिल की। कोटक महिन्द्रा, इंडसइंड बैंक, कर्नाटका बैंक, बंधन बैंक आदि तो मात्र 30 प्रतिशत उपलब्धि हासिल कर सकी। पेंशन योजना में प्रदेश के 11 बैंकों की उपलब्धि शून्य से 6 प्रतिशत के बीच रही है।
नवादा, बांका का बढ़िया प्रदर्शन
अटल पेंशन योजना में गया के अलावा, नवादा, बांका, औरंगाबाद, अरवल जैसे जिलों ने बेहतर प्रदर्शन किया है। नवादा की 116 बैंक शाखाओं ने तय लक्ष्य 11,410 के मुकाबले 32,796 ग्राहकों को इस योजना से जोड़ा। जो लक्ष्य से 287 प्रतिशत अधिक रहा। बांका ने लक्ष्य से 285 प्रतिशत, औरंगाबाद ने 243 प्रतिशत और अरवल ने 236 प्रतिशत ज्यादा पेंशन खाते खोले।
सबसे कम पेंशन राशि के आवेदक बिहार में ज्यादा
अटल पेंशन योजना के तहत देश में बिहार के आवेदक पेंशन की सबसे कम राशि एक हजार रुपये प्रतिमाह के लिए सबसे अधिक आवदेन करते हैं। राज्य के 80 प्रतिशत अटल पेंशन के लिए निबंधित ग्राहक केवल एक हजार पेंशन के लिए अंशदान दे रहे हैं। हरियाणा, पंजाब, गुजरात आदि राज्यों में पांच हजार रुपये पेंशन के लिए निबंधित लोगों की संख्या अधिक है।
60 वर्ष के बाद मिलती है पेंशन
अटल पेंशन योजना में 18 वर्ष से 40 वर्ष उम्र के लोग जुड़ सकते हैं। लाभुकों को 60 वर्ष की अवधि के बाद एक से पांच हजार रुपये की राशि बतौर पेंशन दी जाती है।
उम्र के साथ बढ़ती है अंशदान की रकम
इस योजना के तहत ग्राहक एक हजार, दो हजार, तीन हजार, चार हजार और पांच हजार रुपये पेंशन राशि के लिए पेंशन खाता खुलवा सकते हैं। 18 वर्ष की उम्र वाले आवदेक जो एक हजार रुपये पेंशन चाहते हैं उन्हें 42 रुपये प्रतिमाह 60 वर्ष की उम्र तक अंशदान देना होगा। वहीं 5000 रुपये प्रतिमाह पेंशन के लिए उनका अंशदान 210 रुपये देना होगा। उम्र के साथ पेंशन अंशदान की रकम बढ़ती जाती है।