इमामगंज तो हमारा ही है; बेलागंज, तरारी और रामगढ़ भी छीनेंगे; उपचुनाव ऐलान के बाद NDA की चुनौती
- बिहार में उपचुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद बिहार बीजेपी के अध्यक्ष डॉ दिलीप जायसवाल ने चुनौती देते हुए का कि इमामगंज तो हमारा है ही, बेलागंज, तरारी और रामगढ़ भी छीनेंगे। उन्होंने कहा कि बिहार में सीट बंटवारे को लेकर कोई भी मतभेद नहीं है।
बिहार की चार विधानसभा सीटों तरारी, बेलागंज, इमामगंज और रामगढ़ के उपचुनाव का ऐलान हो गया है। चुनाव आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि 13 नवंबर को चारों सीटों पर मतदान होगा। और 23 नवंबर को मतगणना होगी। जिसके बाद अब सियासी दलों क प्रतिक्रिया आनी शुरू हो गई हैं। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सह राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री डॉ. दिलीप जायसवाल ने कहा है कि एनडीए गठबंधन पूरी मजबूती के साथ बिहार उपचुनाव और झारखंड चुनाव लड़ेगा।
उन्होने कहा कि सहयोगी दलों के साथ सीटों को लेकर किसी भी तरह का कोई विवाद नहीं है। जहां-जहां चुनाव होंगे, वहां विपक्षी गठबंधन को करारी हार का सामना करना पड़ेगा। मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत में प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि एनडीए के बीच बिहार में सीट बंटवारे को लेकर कोई विवाद नहीं है। बिहार उपचुनाव की तैयारी भी अच्छी तरह चल रही है। इमामगंज की सीट पहले से हमारे पास है और अब बेलागंज तरारी, और रामगढ़ की सीटों को भी विपक्ष से छीनने के लिए हम पूरी तैयारी कर चुके हैं।
वहीं बिहार उपचुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद एनडीए की सहयोगी जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में विधानसभा उपचुनाव की सभी चार सीटें एनडीए की झोली में आएंगी। लोकसभा चुनाव में एनडीए के हाथों करारी शिकस्त मिलने के बाद विपक्ष दूर-दूर तक अब चुनौती देने की स्थिति में नहीं है। विपक्ष का राजनीतिक मनोबल पूरी तरह से धराशायी हो चुका है।
आपको बता दें बक्सर से सुधाक सिंह के सांसद चुने जाने से रामगढ़ की विधानसभा सीट खाली हुई है, वहीं गया से जीतन राम मांझी के सांसद बनने से इमामगंज की सीट, जहानाबाद से सुरेंद्र यादव के एमपी बनने से बेलागंज की सीट, और भाकपा माले के सुदामा प्रसाद के आरा से लोकसभा सदस्य चुने जाने से तरारी की विधानसभा सीट खाली हुई है। जिसमें तरारी, रामगढ़ और बेलागंज की सीट महागठबंधन के पास है। जबकि इमामगंज की सीट एनडीए की सहयोगी जीतन मांझी की हम के पास है।