पैरों में चिप लगा दौड़ेंगे होमगार्ड अभ्यर्थी, सीना मापने के लिए मशीन; फिजिकल टेस्ट में बायोमेट्रिक डेटा भी बनेगा
- इससे अनियमितता की शिकायतों पर अंकुश लगेगा ही प्रतियोगिता की विश्वसनीयता भी बरकरार रहेगी। होमगार्ड एवं फायर सर्विसेज कार्यालय ने इस संबंध में जिलों को निर्देश दिए हैं। जानकारी के मुताबिक हर जिले में शारीरिक दक्षता परीक्षा के दौरान अभ्यर्थी का बायोमेट्रिक डेटा और फोटो लिया जायेगा।

बिहार में होमगार्ड के 15 हजार पदों पर चल रही बहाली के पहले चरण में ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया बुधवार (16 अप्रैल) को समाप्त हो जायेगी। इसके बाद आवेदन करने वाले सभी अभ्यर्थियों को दूसरे चरण की शारीरिक जांच परीक्षा से गुजरना होगा। इस बाबत जिलावार तैयारी चल रही है। इस बार बड़े पैमाने पर हो रही होमगार्ड बहाली में शारीरिक दक्षता की जांच को लेकर बायोमेट्रिक सहित अन्य अत्याधुनिक उपकरणों का भी इस्तेमाल होगा। दौड़ प्रतियोगिता के दौरान अभ्यर्थियों के पैरों में चिप लगाई जायेगी, ताकि सेकंड के अंतिम हिस्से की भी गणना हो सके।
इससे अनियमितता की शिकायतों पर अंकुश लगेगा ही प्रतियोगिता की विश्वसनीयता भी बरकरार रहेगी। होमगार्ड एवं फायर सर्विसेज कार्यालय ने इस संबंध में जिलों को निर्देश दिए हैं। जानकारी के मुताबिक हर जिले में शारीरिक दक्षता परीक्षा के दौरान अभ्यर्थी का बायोमेट्रिक डेटा और फोटो लिया जायेगा। बायोमेट्रिक सत्यापन एवं फोटो प्रमाणीकरण मशीन की व्यवस्था की जा रही है। इवेंट की लाइव रिकॉर्डिंग को लेकर कार्यक्रम के निर्धारित स्थलों पर दर्जनों सीसीटीवी कैमरे लगेंगे।
लंबाई और सीने की माप को लेकर भी ऑटोमेटेड मशीन लगेगी। वहीं, लंबी कूद और गोला फेंक की माप को लेकर लेजर आधारित डिजिटल मशीनों की व्यवस्था की जा रही है। विभाग के मुताबिक होमगार्ड बहाली को लेकर सभी अभ्यर्थियों को सबसे पहले दौड़ प्रतियोगिता से गुजरना होगा। उनको निर्धारित समय में दूरी तय करनी होगी। इसमें सफल अभ्यर्थियों के ही ऊंचाई व सीने की माप होगी।
पद के डेढ़ गुणा अभ्यर्थियों की मेधा सूची बनेगी
बिहार पुलिस के होमगार्ड विभाग के मुताबिक पद के डेढ़ गुणा अभ्यर्थियों की मेधा सूची तैयार होगी। मेधा सूची का निर्माण ऊंची कूद, लंबी कूद एवं गोला फेंक प्रतिस्पर्धाओं में मिलने वाले अंकों के आधार पर तैयार होगा। तीनों प्रतिस्पर्धाओं में पांच-पांच अंकों सहित कुल 15 अंकों की शारीरिक जांच परीक्षा होगी। जिसमें सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले ही मेधा सूची में जगह बनायेंगे। प्रत्येक अभ्यर्थी को इन तीनों प्रतिस्पर्धाओं में अधिकतम तीन मौका दिया जायेगा।