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सांस्कृतिक विरासत है भारतीय संस्कृति की पहचान: नंदकिशोर यादव

सोनपुर में संगीत के माध्यम से संत को दी गई श्रद्धांजलि लोक सेवा आश्रम में बही गीतों की गंगा सोनपुर में संगीत के माध्यम से संत को दी गई श्रद्धांजलि लोक सेवा आश्रम में बही गीतों की गंगासोनपुर में संगीत...

Newswrap हिन्दुस्तान, हाजीपुरWed, 7 Aug 2024 05:39 PM
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सोनपुर। संवाद सूत्र लोक सेवा आश्रम के 84 वें वार्षिक संगीत सम्मेलन में गीत-संगीत की गंगा बह चली। ब्रह्मलीन संत बाबा रामलखन दास की 55 वीं पुण्य स्मृति में समाधि पर राज्य और राज्य के बाहर से आए दर्जनों नामी-गिरामी कलाकारों ने संगीत के माध्यम से श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इस संगीत सम्मेलन का विधिवत शुभारंभ बुधवार की शाम बिहार विधान सभा के अध्यक्ष नंदकिशोर यादव ने दीप प्रज्जवलित कर की। उन्होंने अपने संबोधन में सोनपुर की धरती को ऋषि-महर्षियों की धरती बताते हुए हरिहरक्षेत्र सोनपुर की महता पर विस्तार से प्रकाश डाला। कहा कि हमें अपने पूर्वजों के सांस्कृतिक विरासत की संभाल कर रखना चाहिए। यही सांस्कृतिक विरासत भारतीय संस्कृति की पहचान है। कार्यक्रम की शुरूआत आश्रम के व्यवस्थापक संत विष्णुदास उदासीन उर्फ मौनी बाबा ने ब्रह्मलीन संत बाबा रामलखन दास की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर की। उन्होंने अपने संबोधन में कलाकारों और श्रोताओं का स्वागत करते हुए कहा कि यह मंच शास्त्रीय संगीत की ऊंचाईयों को कायम रखने का हर संभव प्रयत्न करता रहेगा। इस संगीत सम्मेलन में गायन,वादन और नृत्य के जलवे बिखरने लगे। कार्यक्रम की शुरूआत भारती संगीत विद्यालय लालगंज वैशाली के कला साधकों द्वारा मंगला चरण एवं गुरू वंदना से हुई। शास्त्रीय गायन में बांग्लादेश के पंडित रिटन कुमार धर, कोलकाता के सुचेता गांगुली, आनंद गुप्ता, कृष्णेन्दु गुप्ता, वैशाली के देवानंद ठाकुर और छपरा के कुमारी रीना ने अपनी रचना की प्रस्तुति की। तबला पर कोलकाता के पंडित गोपाल मिश्र, सुदीप चटर्जी, चिन्मय मिद्या, पटना दुरदर्शन के कार्यक्रम प्रमुख राजकुमार नाहर, आरा के गुरूवक्शी विकास, छपरा के रविशंकर पाठक और वैशाली के रूपक कुमार के अलावा बांसुरी पर बंग्लादेश के पं. रंधीर दास, सितार पर कोलकाता के आशीष कुमार चटर्जी, वैशाली के नीरज कुमार मिश्रा, तानपुरा पर मुजफ्फरपुर के चंदन कुमार ने प्रस्तुति की। वही कत्थक नृत्य में कोलकाता के सुलगना बनर्जी व अंकिता चटर्जी तथा छपरा की कुमारी रूपा ने कत्थक नृत्य की भावपूर्ण प्रस्तुति कर श्रोताओं को मंत्र मुग्ध कर दिया। कार्यक्रम देर रात तक चलता रहा। कार्यक्रम की उद्घोषणा लखनऊ आकाशवाणी एवं दूरदर्शन के प्रसिद्ध उद्घोषक डा. अशोक कुमार गौतम और मुजफ्फरपुर के आचार्य चन्द्र किशोर पराशर कर रहे थे। सोनपुर-02-लोक सेवा आश्रम में बुधवार की रात आयोजित संगीत सम्मेलन का दीप जला कर उद्धाटन करते हुए बिहार विधान सभा के अध्यक्ष नंदकिशोर यादव।

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