संजीव हंस के बाद गुलाब यादव भी 7 दिन की रिमांड पर, दोनों को साथ बैठाकर ईडी करेगी सवाल
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को पूर्व विधायक गुलाब यादव की सात दिन की रिमांड मिल गई है। आईएएस संजीव हंस पहले से रिमांड पर हैं। अब ईडी दोनों को साथ बैठाकर सवाल करेगी।
पटना की पीएमएलए विशेष अदालत ने शुक्रवार को धनशोधन निवारण अधिनियम कानून के तहत बेऊर जेल में बंद आरजेडी के पूर्व विधायक गुलाब यादव को सात दिनों की रिमांड पर लेने की अनुमति ईडी को दे दी। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की ओर से आवेदन दायर कर पूर्व विधायक को 14 दिनों की रिमांड पर सौंपने का अनुरोध किया गया था। ईडी ने उन्हें 19 अक्टूबर को गिरफ्तार किया था। बता दें कि इसी मामले में आईएएस अधिकारी संजीव हंस भी फिलहाल ईडी की रिमांड पर हैं। ऐसे में संभावना है कि जांच एजेंसी दोनों को आमने-सामने रखकर पूछताछ करेगी।
ईडी ने ने बिचौलिया की भूमिका निभाने वाले पुष्पराज बजाज, प्रवीण चौधरी और शादाब खान को रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट में आवेदन दिया है। कोर्ट इन तीनों आरोपियों के रिमांड मामले पर फैसला शनिवार को देगा। इससे पहले शुक्रवार को कोर्ट ने बेऊर जेल अक्षीक्षक को गुलाब यादव को ईडी को सौंपने का निर्देश दिया। अब ईडी के अधिकारी आगे की कार्रवाई पर विचार कर रहे हैं।
गुलाब यादव और संजीव हंस की दोस्ती के खुलेंगे राज?
पूर्व विधायक गुलाब यादव की रिमांड मिलने के बाद ईडी यह जानना चाहेगी कि उनकी आईएएस संजीव हंस से दोस्ती कैसे हुई थी। दोनों की पत्नियां बिजनेस पार्टनर कैसे बनीं। संजीव हंस ने गुलाब यादव को किस तरह से मदद की।
शुक्रवार को दूसरे दिन भी ईडी अधिकारियों ने आईएएस संजीव हंस से पूछताछ जारी रखी। ईडी सूत्रों के अनुसार उनसे तोहफे में मिली महंगी घड़ियों के बारे में सवाल पूछा गया। इसके बदले उन्होंने लोगों को क्या फायदा पहुंचाया? बिजली कंपनियों में ठेकेदारी करने वाले प्रवीण चौधरी के 9 करोड़ के फ्लैट की खरीदारी से पहले वे और उनकी पत्नी उसे देखने बार-बार क्यों गए थे? क्या इसके लिए प्रवीण को पैसे उन्होंने दिए थे? संजीव हंस को इस तरह के सवालों से दो-चार होना पड़ा। हालांकि, सूत्रों के अनुसार हंस ने किसी भी सवाल का सीधा-सीधा जवाब नहीं दिया। अधिकतर सवालों को वे टालते हुए नजर आए।